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एल्विश यादव और फाजिलपुरिया की सिट्टी-पिट्टी गुल, ‘कोबरा कांड’ जांच में बड़ा खुलासा

Elvish-Fazilpuria Case: यूट्यूबर एल्विश यादव और पंजाबी सिंगर फाजिलपुरिया दोनों को बहुत जल्द तलब किया जा सकता है। ईडी की जांच में बड़ा खुलासा हुआ है। अब सबकी निगाहें अदालत के फैसले पर टिकी हैं।

2 min read

मुंबई

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Saurabh Mall

Oct 16, 2025

Elvish Yadav-Fazilpuria Rave Party Case

एल्विश यादव-फाजिलपुरिया रेव पार्टी केस (फोटो सोर्स: सिंगर-यूट्यूबर इंस्टाग्राम)

Elvish-Fazilpuria Case: मशहूर यूट्यूबर एल्विश यादव और पंजाबी सिंगर फाजिलपुरिया की मुश्किलें अब और बढ़ने वाली हैं। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने दोनों के खिलाफ गुरुग्राम स्थित पीएमएलए की विशेष अदालत में चार्जशीट दाखिल कर दी है। ईडी ने सिर्फ दोनों कलाकारों को ही नहीं, बल्कि चंडीगढ़ की एक कंपनी, जिसका नाम है- ‘स्काई डिजिटल’ को भी इस मामले में दोषी ठहराया है। अदालत ने चार्जशीट का संज्ञान लेते हुए जल्द ही एल्विश यादव और फाजिलपुरिया को तलब करने का फैसला किया है। ऐसे में अदालत के अगले आदेश के बाद ही इस केस में आगे की कार्रवाई तय होगी।

दोनों कलाकारों ने सांपों के साथ की थी शूटिंग

ईडी की जांच में बड़ा खुलासा हुआ है कि पंजाबी सिंगर फाजिलपुरिया के सॉन्ग '32 बोर' (32 Bore Song) से करीब 52 लाख रुपये की कमाई हुई थी। इस कमाई का एक बड़ा हिस्सा बिजनौर में तीन एकड़ जमीन खरीदने में खर्च किया गया, जिसकी कीमत लगभग 50 लाख रुपये थी। साथ ही, जांच के दौरान एल्विश यादव और फाजिलपुरिया के बैंक खातों से कुल तीन लाख रुपये जब्त किए गए, जबकि स्काई डिजिटल कंपनी के खाते से दो लाख रुपये जब्त किए गए। ईडी ने दोनों की करीब 55 लाख रुपये की संपत्ति भी अटैच कर ली है। यह सब उस म्यूजिक वीडियो से जुड़ा हुआ है जिसमें दोनों कलाकारों ने सांपों के साथ शूटिंग की थी।

जानिए पूरा मामला

यह मामला 'कोबरा कांड' के नाम से भी जाना जाता है, जिसके तहत पहले भी एल्विश यादव के खिलाफ नोएडा पुलिस ने केस दर्ज किया था। उस केस में आरोप था कि एल्विश यादव ने वन्य जीव संरक्षण अधिनियम का उल्लंघन करते हुए सांपों का अवैध इस्तेमाल किया था। इसके अलावा, उन पर आरोप था कि उन्होंने एनसीआर क्षेत्र में रेव पार्टियों और फार्महाउसों में जिंदा सांप और उनके जहर का भी कारोबार किया। इस मामले में पुलिस ने कड़ी जांच के बाद एल्विश यादव को गिरफ्तार भी किया था।

ईडी की जांच में सामने आई चौंकाने वाली बातें

ईडी की जांच में नए खुलासे हुए हैं। ईडी ने पाया कि उनके मशहूर गाने ‘32 बोर’ में जिन सांपों और दूसरे वन्यजीवों का इस्तेमाल किया गया था, वे संरक्षित प्रजातियां हैं। ऐसे जीवों का व्यावसायिक इस्तेमाल कानूनन अपराध है।

यह वीडियो ‘स्काई डिजिटल’ कंपनी ने शूट किया था, जबकि एल्विश यादव ने इसे अपने यूट्यूब चैनल पर प्रमोट किया। ईडी ने वीडियो से हुई ऑनलाइन कमाई को भी ‘अपराध से अर्जित आय’ माना है, और इसे जब्त कर लिया गया है।

गौर करने वाली बात यह है कि सितंबर 2024 में ईडी ने एल्विश यादव और फाजिलपुरिया दोनों से लखनऊ दफ्तर में घंटों पूछताछ की थी। जांच के दौरान एजेंसी ने उनकी कमाई के स्रोत और संपत्तियों की भी जानकारी जुटाई। अब जब अदालत ने दोनों को तलब करने का आदेश दिया है, तो जल्द ही उनसे उनका पक्ष भी सुना जाएगा। इसके बाद ही इस केस की अगली कानूनी कार्रवाई तय होगी।