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Gwalior DSP Hina Khan: कौन हैं ‘जय श्री राम’ का नारा लगाने वाली DSP हिना खान? जानिए सरकारी स्कूल से डीएसपी बनने तक का सफर

Gwalior DSP Hina Khan का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिसमें वह भीड़ के बीच ‘जय श्री राम’ का नारा लगाती नजर आईं। सरकारी स्कूल से पढ़ाई करने वाली हिना खान ने कई असफलताओं के बाद MPPSC परीक्षा पास की और डीएसपी बनीं। जानें उनके संघर्ष और सफलता की कहानी।

2 min read

भोपाल

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Rahul Yadav

Oct 15, 2025

Gwalior DSP Hina Khan

Gwalior DSP Hina Khan

Gwalior DSP Hina Khan: मध्य प्रदेश के ग्वालियर की डीएसपी हिना खान इन दिनों सोशल मीडिया पर चर्चा में हैं। दरअसल, एक विवाद के दौरान जब कुछ लोगों ने उन्हें ‘सनातन विरोधी’ कहकर निशाना बनाया और 'जय श्री राम' के नारे लगाने शुरू किए, तो हिना खान ने भी पूरी शांति और आत्मविश्वास के साथ 'जय श्री राम' और 'जय जय श्री राम' के नारे लगाए। उनका वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया और लोग उनकी हिम्मत और समझदारी की तारीफ कर रहे हैं।

लेकिन हिना खान की असली कहानी सिर्फ इस वीडियो तक सीमित नहीं है। उनका जीवन संघर्ष, मेहनत और आत्मविश्वास की मिसाल है। इस आर्टिकल में हम उनकी जिंदगी की कहानी जानेंगे कि कैसे सरकारी स्कूल से डीएसपी बनने तक का सफर कैसे तय किया है।

छोटे कस्बे से शुरू हुआ बड़ा सपना

हिना खान का जन्म मध्य प्रदेश के आरोन कस्बे में हुआ था। यह ग्वालियर के पास का एक छोटा सा टाउन है। उनके पिता एक सरकारी शिक्षक थे। घर में शिक्षा का माहौल था और बेटा-बेटी में कोई फर्क नहीं किया गया। हिना ने अपनी स्कूली शिक्षा गवर्नमेंट गर्ल्स हाई स्कूल से पूरी की।

हिना कहती हैं, ''हमारे घर में कभी यह फर्क नहीं किया गया कि लड़की कुछ नहीं कर सकती है। हमें हमेशा आगे बढ़ने की आजादी दी गई।''

बायोलॉजी से फिजियोथेरेपी तक का सफर

10वीं के बाद हिना को बायोलॉजी में दिलचस्पी हुई। उन्होंने 11वीं-12वीं में यही विषय चुना और PMT परीक्षा दी, लेकिन एमबीबीएस में चयन नहीं हुआ। हार मानने के बजाय उन्होंने फिजियोथेरेपी में ग्रेजुएशन किया। हिना कहती हैं कि उन्हें हमेशा दूसरों की मदद करने और उनका दर्द दूर करने में सुकून मिलता था।

कई बार असफल, लेकिन हिम्मत नहीं हारी

फिजियोथेरेपी की पढ़ाई पूरी करने के बाद हिना ने MPPSC परीक्षा की तैयारी शुरू की। 2012 में उनका चयन वाणिज्य कर अधिकारी (Commercial Tax Officer) के पद पर हुआ लेकिन उन्हें यह नौकरी पसंद नहीं आई। वे जनता के बीच रहकर काम करना चाहती थीं, इसलिए उन्होंने पुलिस सेवा में जाने का निर्णय लिया।

कई बार उन्होंने MPPSC परीक्षा दी, कभी प्री पास किया, कभी मेन्स में रह गईं। बार-बार की असफलता से वे डिप्रेशन में चली गईं। लेकिन परिवार के सहयोग और खुद की लगन से उन्होंने दोबारा हिम्मत जुटाई और संघर्ष जारी रखा।

2016 में मिली सफलता, बन गईं DSP

लगातार मेहनत के बाद हिना खान ने 2016 में MPPSC PCS परीक्षा पास की और 2018 में डीएसपी के रूप में जॉइन किया। उन्होंने घाटीगांव में SDOP के रूप में काम किया और वर्तमान में ग्वालियर यूनिवर्सिटी क्षेत्र की CSP हैं।

हिना का कहना है, ''यह नौकरी सिर्फ ताकत दिखाने की नहीं, बल्कि लोगों की मदद करने का सबसे बड़ा प्लेटफॉर्म है।''

विवाद में भी दिखाई समझदारी

14 अक्टूबर 2025 को ग्वालियर में डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा को लेकर विवाद हुआ था। जब कुछ लोग धार्मिक आयोजन के बहाने भीड़ इकट्ठी करने लगे, तो हिना खान ने कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए कार्रवाई की। इस पर वकील ने उन पर सनातन विरोधी होने का आरोप लगाया और अपने समर्थकों से जय श्री राम के नारे लगवाने लगे।

हिना खान ने न तो धमकी दी, न पीछे हटीं बल्कि खुद जय श्री राम का नारा लगाकर भीड़ को शांत किया। इसका वीडियो वायरल हो गया और लोग हिना खान की तारीफ कर रहे हैं।