Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

Rajasthan: राजस्थान के इस शहर की बदलेगी सूरत, 10 करोड़ से सड़कों की होगी मरम्मत, फिर सरपट दौड़ेंगी गाड़ियां

शहरवासियों को लंबे अर्से से सड़कों के पेचवर्क का इंतजार है। करीब एक साल से शहर के लोग टूटी सड़कों से जूझ रहे हैं। गर्मी के बाद मानसूनी बरसात में हालात और बिगड़ गई।

2 min read
Google source verification
road repairs in Dholpur

प्रतीकात्मक तस्वीर

धौलपुर। शहर की सड़कों की दशा किसी से छिपी नहीं है। हाल ये है कि ग्रामीण क्षेत्र की सड़कें मुख्यालय की सड़कों से अधिक बेहतर हैं। शहर में ज्यादातर सड़कें खुदी पड़ी हैं और गहरे गड्ढे आमजन को दर्द दे रहे हैं। सड़कों से निकलते समय दुपहिया वाहनों के दुर्घटनाग्रस्त होने की आशंका बनी रहती है।

धौलपुर शहर की खराब सड़कों को लेेकर पेचवर्क कराने के लिए पहले पीडब्ल्यूडी विभाग को बजट मिलना था, लेकिन अंतिम समय पर राज्य सरकार के स्तर पर शहरी क्षेत्र में सड़कों का कार्य निकायों को सौंप दिया। करीब 10 करोड़ रुपए का बजट धौलपुर नगर परिषद निकाय को आवंटित हुआ है, जिसमें पेचवर्क ओर सड़क निर्माण कार्य शामिल है।

दीपावली से पहले नगर परिषद ने टेंडर खोल दिए, लेकिन रेट एप्रूवल को लेकर पत्र जयपुर स्वायत्त शासन विभाग को भेजा है। माना जा रहा है कि अगले सप्ताह एप्रूवल मिलने पर वर्क ऑर्डर जारी कर दिए जाएंगे। यानी नवंबर के दूसरे या फिर तीसरे सप्ताह से कार्य शुरू होने की उम्मीद है।

गर्मी, बरसात, अब आई सर्दी… नहीं हुआ पेचवर्क

शहरवासियों को लंबे अर्से से सड़कों के पेचवर्क का इंतजार है। करीब एक साल से शहर के लोग टूटी सड़कों से जूझ रहे हैं। गर्मी के बाद मानसूनी बरसात में हालात और बिगड़ गई। सड़कों पर गहरे-गहरे गड्ढे हो गए। पैलेस रोड से स्टेशन रोड, जगन तिराहा से हरदेव नगर, गौरव पथ, जेल रोड, जेल फाटक से स्टेशन रोड, बजरिया, आरएसी लाइन की सड़कों की हालत बदतर बनी हुई है। अब तो लोग गड्ढों की वजह से छोटे रास्तों से जाना पसंद करते हैं।

निकाय को सौंपी जिम्मेदारी

शहरी क्षेत्र में सड़कों के निर्माण के लिए पहले पीडब्ल्यूडी विभाग पर जिम्मा था। इसमें करीब एक साल से मचकुंड रोड और पैलेस रोड से स्टेशन जाने वाली रोड का निर्माण होना था, लेकिन यह टेंडर प्रक्रिया में कई महीने से उलझती रही।

यह वीडियो भी देखें

अंत में यह निर्माण कार्य भी निकाय के पास पहुंच गया। साथ ही सरकार ने शहरी क्षेत्र में सड़क पेचवर्क का कार्य का बजट भी निकायों को सौंप दिया। जिससे के बाद से सड़क निर्माण एजेंसी सुस्त पड़ गई। अब नए सिरे से नगर परिषद ने गत सप्ताह टेंडर प्रक्रिया शुरू की। अब टेंडर की दरों को एप्रूवल को लेकर जयपुर भेजा है। हरी झंडी मिलने पर वर्क ऑर्डर जारी होगा।