Karwa Chauth 2025
Karwa Chauth 2025 Puja: करवा चौथ का व्रत हर साल कार्तिक माह की कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को रखा जाता है। इस दिन विवाहित महिलाएं अपने पति की लंबी आयु, सुख-समृद्धि और वैवाहिक जीवन की स्थिरता के लिए निर्जला उपवास रखती हैं। करवा चौथ की पूजा में करवा माता, भगवान शिव, माता पार्वती, गणेश जी और चंद्रदेव की पूजा का विशेष महत्व होता है। लेकिन कई महिलाओं के मन में यह सवाल उठता है कि करवा चौथ के बाद करवा माता की फोटो या मूर्ति का क्या करना चाहिए? आइए जानते हैं परंपरागत और धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इसका सही तरीका।
करवा चौथ की पूजा पूरी होने के बाद जब व्रत खोला जाता है, तो पूजा की थाली, मिट्टी का करवा, दीपक और करवा माता की फोटो या मूर्ति को एक ओर सुरक्षित रख देना चाहिए। अगले दिन सुबह स्नान करने के बाद, करवा माता की फोटो या चित्र को साफ कपड़े से पोंछ लें। इसके बाद उन्हें पूजन स्थल या मंदिर में आदरपूर्वक रख दें। अगर फोटो या मूर्ति कागज़ या मिट्टी की बनी है और हर साल नई ली जाती है, तो उसे बहते पानी में विसर्जित किया जा सकता है या किसी पवित्र स्थान जैसे पीपल या तुलसी के पास रख सकते हैं।
हां, अगर करवा माता की फोटो या मूर्ति खंडित (टूटी या फटी) नहीं है, तो उसे अगले वर्ष पुनः उपयोग किया जा सकता है। उसे एक साफ कपड़े में लपेटकर अलमारी या मंदिर में रख दें। कुछ महिलाएं हर साल नई फोटो लेना शुभ मानती हैं, लेकिन पुराने चित्र को संभालकर रखना भी पूरी तरह उचित और शुभ होता है।
मिट्टी का करवा और दीया अगर साबुत हो तो अगले वर्ष के लिए रख सकते हैं। बचा हुआ हलवा, फलों और मिठाई को परिवारजनों में प्रसाद के रूप में बांट दें। पूजा में इस्तेमाल किया गया पानी या दूध तुलसी के पौधे में अर्पित करना शुभ माना जाता है।
ऐसा माना जाता है कि करवा माता की पूजा से दांपत्य जीवन में सौहार्द, प्रेम और दीर्घायु बनी रहती है। पूजा के बाद माता की फोटो को आदरपूर्वक संभालकर रखना सौभाग्य और समृद्धि बनाए रखने का प्रतीक है। इसलिए करवा चौथ के बाद करवा माता की फोटो को फेंकना या लापरवाही से रखना अशुभ माना जाता है।
Published on:
11 Oct 2025 11:54 am
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