कब टूटेगी ये परंपरा? त्योहार के दिन उठाते हैं सैंपल, रिपोर्ट आते तक बिक जाती है मिठाइयां...(photo-patrika)
Diwali 2025: छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले में दीपावली त्योहार पर शहर में करोड़ाें की मिठाई बिक जाती है। कई दुकानदार नकली मावा व मिलावटी मिठाई बेचते हैं। पूर्व में कई बार ऐसे दुकानदारों पर कार्रवाई भी हुई है। दीपावली को अब ९ दिन ही रह गए हैं। अनेक होटलों में मिठाई की शुरूवाती तैयारी शुरू हो गई है। इधर खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग के अधिकारी फील्ड में नहीं उतरे हैं।
दिवाली पर मिलावटी व स्तरहीन मिठाईयों की बिक्री न हो इसे लेकर अधिकारी न सैंपल ले रहे और न ही किसी तरह की चेतावनी होटल संचालकों को दे रहे। खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग की जांच मिठाई बिक्री के बाद शुरू होती है। त्यौहार के दिन या उसके एक दिन पहले विभाग के निरीक्षक कुछ होटलों में पहुंचकर सैंपल लेते हैं।
सैंपल लेकर जांच के लिए रायपुर लैब भेजते हैं। जब तक रिपोर्ट आती है तब तक मिठाईयां हजम हो जाए रहती है। ऐसे में इस जांच को मिलावटी ही कहा जाएगा। खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग की यह अजीब परंपरा आज भी जारी है। धमतरी शहर में करीब 50 से अधिक मिठाई दुकान संचालित हैं। दीपोत्सव पर्व में करीब 1 करोड़ की मिठाईयां बिकती है। इसके अलावा मिक्चर समेत अन्य प्रकार के खाद्य पदार्थों की भी बिक्री होती है। इस दौरान दूध की खपत भी बढ़ जाती है।
धमतरी में 110 डेयरियां संचालित है। सामान्य दिनों में तो मिठाई बनाने के लिए दूध की आपूर्ति हो जाती है, लेकिन त्यौहार में दूध के साथ ही दुकानों में मिठाई बनाने के लिए मिल्क पावडर का उपयोग किया जाता है। यह स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है। त्योहार के पहले एफएसओ द्वारा दुकानों में जाकर खाद्य पदार्थों का सैंपल कलेक्ट किया जाता है। दुकानदारों को समझाईश भी दी जाती है। लैब में सेंपल फेल होने पर कार्रवाई करते हैं। पीयूष तिवारी, एसडीएम धमतरी
Published on:
11 Oct 2025 02:51 pm
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