Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

ठप रही खरीदी: तुलाई को लेकर पथरिया मंडी में व्यापारियों और हम्मालों में हुआ विवाद

घंटों परेशान रहे किसान दमोह जिले के पथरिया में फसल लेकर मंडी पहुंचे किसानों को गुरुवार को बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ा। कृषि उपज मंडी में व्यापारियों और हम्मालों के बीच तुलाई की मात्रा को लेकर विवाद हो गया। विवाद इतना बढ़ा कि हम्मालों ने तुलाई और ढुलाई का काम रोक दिया, वहीं व्यापारियों […]

2 min read

दमोह

image

Hamid Khan

Oct 18, 2025

तुलाई को लेकर पथरिया मंडी में व्यापारियों और हम्मालों में हुआ विवाद

तुलाई को लेकर पथरिया मंडी में व्यापारियों और हम्मालों में हुआ विवाद

घंटों परेशान रहे किसान

दमोह जिले के पथरिया में फसल लेकर मंडी पहुंचे किसानों को गुरुवार को बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ा। कृषि उपज मंडी में व्यापारियों और हम्मालों के बीच तुलाई की मात्रा को लेकर विवाद हो गया। विवाद इतना बढ़ा कि हम्मालों ने तुलाई और ढुलाई का काम रोक दिया, वहीं व्यापारियों ने भी बोली लगाना बंद कर दी।

बता दें कि सुबह से ही मंडी परिसर में करीब 100 से अधिक किसान अपनी फसल लेकर पहुंचे थे। ट्रैक्टर ट्रॉली लाइन में खड़ी थीं, लेकिन दोपहर 12 बजे तक खरीदी शुरू नहीं हुई। किसानों ने जब कारण पूछा तो पता चला कि हम्माल 50 किलो से ज्यादा की तुलाई नहीं करेंगे, जबकि व्यापारियों का कहना था कि अब तक 55 से 60 किलो प्रति कट्टा तुलाई की जाती रही है।

इसी विवाद के चलते मंडी का काम ठप हो गया और किसान परेशान होकर मंडी परिसर में ही बैठकर विरोध जताने लगे। कुछ किसानों ने कहा कि मौसम खराब होने के आसार हैं और उनका अनाज खुले में पड़ा हुआ है, लेकिन प्रशासन की कोई व्यवस्था नहीं है।

बता दें कि विरोध के दौरान मंडी सचिव के मौके पर मौजूद न रहने से किसानों का आक्रोश और बढ़ गया। सूचना पर शिकायत पर एसडीएम निकेत चौरसिया मौके पर पहुंचे और दोनों पक्षों से चर्चा की। एसडीएम ने तत्काल खरीदी शुरू करने के निर्देश दिए और शनिवार को इस मुद्दे पर बैठक बुलाने की बात कही, ताकि स्थायी समाधान निकाला जा सके।

एसडीएम चौरसिया ने कहा किसानों को असुविधा न हो, इसलिए फिलहाल खरीदी शुरू करवाई गई है। शनिवार को व्यापारियों और हम्मालों के साथ बैठक में तय किया जाएगा कि तुलाई का मानक क्या रहेगा।

त्योहार और खरीदी सीजन के बीच हुआ यह विवाद किसानों की परेशानियों को बढ़ाने वाला रहा। अब शनिवार की बैठक पर सबकी निगाहें हैं, जिससे यह तय होगा कि आगे मंडी में तुलाई 50 किलो की होगी या 55 किलो की।