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Rajasthan: खेत में तिरपाल ओढ़कर बैठे थे, तभी आसमान से आई आफत, एक ही परिवार के 8 लोग झुलसे

राजस्थान के चित्तौडग़ढ़ जिले में देर शाम एक ही परिवार के आठ लोग आकाशीय बिजली गिरने से घायल हो गए।

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चित्तौडग़ढ़। राजस्थान के चित्तौडग़ढ़ जिले में मंगलवाड़ थानान्तर्गत छीपा खेड़ा गांव में देर शाम खेत पर सोयाबीन की फसल काट रहे एक ही परिवार के आठ लोग आकाशीय बिजली गिरने से घायल हो गए। जिन्हें चित्तौडग़ढ़ के सांवलियाजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सभी की हालत खतरे से बाहर बताई गई है।

जानकारी के अनुसार शुक्रवार शाम को जिले के कई इलाकों में बारिश हुई। छीपाखेड़ा निवासी पप्पू बावरी ने बताया कि शुक्रवार शाम को उसके परिवार के सदस्रू खेत पर सोयाबीन की फसल काटकर एकत्रित कर रहे थे। तभी अचानक तेज बारिश शुरू हो गई।

तिरपाल ओढ़कर बैठे थे, तभी गिरी बिजली

परिवार के लोग तिरपाल ओढ़कर खेत पर ही बैठ गए। तभी बादलों की गर्जना के साथ तेज कड़कड़ाहट के साथ परिवार के सदस्यों पर बिजली गिर गई। जिससे परिवार के आठ लोग घायल हो गए, उन्हें बिजली का झटका भी लगा। जानकारी मिलने पर ग्रामीण दौड़कर खेत पर पहुंचे और इधर-उधर गिरे लोगों को मंगलवाड़ स्थित अस्पताल पहुंचाया। जहां से उन्हें चित्तौडग़ढ़ रेफर कर दिया गया।

ये हुए घायल

मंगलवाड़,भादसोड़ा व डूंगला अस्पताल की एंबुलेंस में घायलों को चित्तौडग़ढ़ के सांवलियाजी अस्पताल लाया गया। जहां छीपाखेड़ा निवासी सुरेश (45) पुत्र हरिराम बावरी, चंदा (40) पत्नी सुरेश बावरी, कृष्णा (25) पत्नी संपत बावरी, संपत (27) पुत्र बाबूलाल बावरी, भारत पुत्र मीठूलाल बावरी, लहरी बाई (60) पत्नी भीमा बावरी, दिनेश (25) पुत्र बाबूलाल बावरी तथा राधा (22) पत्नी दिनेश बावरी को भर्ती कर उपचार शुरू किया गया।

बिजली की चमक से बंद हो गई आंखें

बिजली गिरने से घायल हुए सुरेश ने बताया कि बिजली गिरने की गति इतनी तेज थी कि किसी को कुछ भी पता नहीं चला। बिजली की चमक इतनी तेज थी कि कुछ देर के लिए तो दिखाई देना हीं बंद हो गया। बिजली का झटका भी महसूस हुआ। बिजली गिरने से कुछ घायलों की तो चमड़ी काली पड़ गई। चिकित्सकों ने बताया कि अब सभी की हालत खतरे से बाहर है।