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बहन राखी बांधने के लिए इंतजार करती रही, भाई दुनिया छोड़ गया…मौत की खबर छिपाए रखी बहन से, जब पता चला तो…

जितेन्द्र की मौत की खबर रविवार सुबह दी गई। सुनकर मां मंजू कंवर और बहन धनु कंवर बेसुध हो गई। पिता जगमाल सिंह की आंखों से आंसू थम नहीं रहे। रिश्तेदार -परिवारजन सबको ढांढ़स बंधा रहे थे।

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सुरधना चौहानन गांव के राजपूतों के बास स्थित जगमाल सिंह के घर में शनिवार शाम पांच बजे तक खुशियां थीं। हंसी के ठहाकों की गूंज सुनाई दे रही थी। वहीं, रविवार को हालात बदले हुए थे। हृदय विदारक रूंदन सुनाई दे रहा था। जगमाल सिंह के छोटे बेटे जितेन्द्र की रक्षाबंधन की शाम साढ़े पांच बजे ट्रैक्टर पलटने से मौत हो गई। जितेन्द्र की मौत की खबर रविवार सुबह दी गई। सुनकर मां मंजू कंवर और बहन धनु कंवर बेसुध हो गई। पिता जगमाल सिंह की आंखों से आंसू थम नहीं रहे। रिश्तेदार -परिवारजन सबको ढांढ़स बंधा रहे थे।

पार्थिव देह घर पहुंची, कोहराम मचा

मृतक जितेन्द्र सिंह के बुआ के बेटे तनवीर सिंह राठौड़ ने बताया कि हादसा शनिवार शाम साढ़े पांच बजे हो गया था। जितेन्द्र ने राखी नहीं बंधवाई थी। उसने कहां वह शाम को राखी बंधवाएगा। बहन धनु कंवर शाम को राखी बांधने का इंतजार कर रही थी। देर शाम तक भी वह घर नहीं आया, तो माता-पिता व बहन चिंतित होने लगे। तब परिवार के बड़े लोगों ने बताया कि जितेन्द्र हादसे का शिकार हो गया। चोट लगी है। उसकी मौत की खबर छुपाई गई।

टूट गई मां, पथरा गया पिता

रविवार सुबह जैसे ही जितेन्द्र के पिता जगमाल सिंह व मां मंजू कंवर को बेटे की मौत की खबर पता चली, वे दोनों फूट-फूट कर रो पड़े। बहन धनू को तभी पता चला कि भाई जितेन्द्र अब नहीं रहा। यह पता चलते ही वह बेसुध सी हो गई। रक्षाबंधन के दिन हादसे में जितेन्द्र की मौत होने पर गांव में मातम पसर गया। मोहल्ले के घरों में चूल्हे तक नहीं जले। हादसा जय नारायण व्यास काॅलोनी थाना इलाके में हुआ. इस संबंध में सुरधना निवासी मृतक के ताऊ भंवर सिंह की रिपोर्ट पर मर्ग दर्ज की गई है।