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लापरवाही: गेहूं की बुआई का समय आया, अनुदानित बीज के अभाव में धरती पुत्र परेशान

- दीपावली अवकाश के कारण सरकारी आपूर्ति में देरी - मेजा बांध की नहर खुलने से पहले खेत तैयार लेकिन बीज नहीं - बाजार से महंगे दामों पर खरीदने को मजबूर किसान

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Negligence: Wheat sowing season arrives, but the lack of subsidized seeds has left the soil's people worried.

Negligence: Wheat sowing season arrives, but the lack of subsidized seeds has left the soil's people worried.

राज्य में गेहूं की बुआई का मौसम शुरू हो गया है, लेकिन किसानों के सामने इस बार बीज की भारी किल्लत खड़ी हो गई है। कृषि विभाग की ओर से मिलने वाले अनुदानित बीज वितरण केंद्रों तक नहीं पहुंचने से किसान बाजार से महंगे दामों पर बीज खरीद रहे हैं। भीलवाड़ा में मेजा बांध की नहर शनिवार को खुल गई। इससे पहले किसान खेतों में बीज छिड़काव करना चाहते हैं, लेकिन बीज की अनुपलब्धता ने बुआई की तैयारी में अड़चन डाल दी है।

दीपावली अवकाश से रुकी आपूर्ति

कृषि विभाग के अधिकारियों के अनुसार दीपावली के दौरान लगातार अवकाश रहने से राज्य सरकार से विभाग को बीज की आपूर्ति नहीं हो पाई है। इसका असर जिले के बीज वितरण केंद्रों पर साफ नजर आ रहा है, जहां किसान सुबह से बीज की उम्मीद में पहुंचते हैं लेकिन उन्हें खाली हाथ लौटना पड़ रहा है। किसान बालूलाल गुर्जर का कहना है कि हर साल की तरह इस बार भी बीज वितरण में देरी से उनकी बुआई प्रभावित हो रही है। जिन किसानों के पास आर्थिक संसाधन हैं, वे बाजार से बीज खरीद रहे हैं जबकि छोटे किसान सरकारी आपूर्ति का इंतजार कर रहे हैं।

बाजार में महंगे दामों पर बिक रहे बीज

किसानों ने बताया कि बाजार में गेहूं के बीज की कीमत 55 रुपए से 65 रुपए प्रति किलो तक पहुंच गई है जबकि सरकारी अनुदान पर मिलने वाला बीज लगभग 30 रुपए प्रति किलो में उपलब्ध होता है। इस कारण बुआई की लागत में भारी इजाफा हो गया है। किसानों ने सरकार से मांग की है कि बीज की आपूर्ति तुरंत शुरू की जाए, ताकि बुआई के उपयुक्त समय में कार्य पूरा किया जा सके।

अगले सप्ताह तक पहुंचेगा बीज

कृषि विभाग के संयुक्त निदेशक वीके जैन ने बताया कि बीज आपूर्ति में देरी का कारण दीपावली अवकाश रहा है, लेकिन अगले सप्ताह तक गेहूं के बीज आने की संभावना है। विभाग ने कहा है कि जैसे ही बीज प्राप्त होगा, वितरण केंद्रों के माध्यम से किसानों तक पहुंचाया जाएगा। हालांकि गेहूं की बुआई प्रभावित है, लेकिन जिले में सरसों, जौ और चना की बुआई जोरों पर चल रही है। इन फसलों के लिए बीज समय पर मिलने से कार्य में कोई बाधा नहीं आई है।

एक-दो दिन में मिलने की संभावना

क्रय विक्रय सहकारी समितियों में बीज को लेकर एक माह पहले ही डिमांड राशि भेज दी थी, लेकिन दीपावली अवकाश के चलते अभी तक बीज नहीं मिले है। संभावना है कि सोमवार तक बीज मिल जाएंगे। उसके बाद किसानों को आसानी से बीज मिल सकेंगे।

- भंवरसिंह राठौड़, सहायक रजिस्ट्रार भीलवाड़ा