
Youth's high voltage drama with railway's OHE cable,Youth's high voltage drama with railway's OHE cable
बैतूल। जाको राखे साइयां मार सके ना कोई, यह कहावत सांईखेड़ा थाना क्षेत्र के ग्राम जूनापानी निवासी राकेश धुर्वे (31)पर सटीक बैठती है। राकेश ने गुुरुवार सुबह रेलवे स्टेशन पर ओएचई केबल(25000 वोल्ट) से आत्महत्या का प्रयास किया। इस केबल से एक मीटर की दूरी से भी व्यक्ति को करंट लग जाता है और वह फट जाता है। वह तो शुक्र है भगवान का कि जीआरपी पुलिस की नजर उस पर पड़ गई और केबल को बंद कर दिया गया, नहीं तो स्टेशन पर ही राकेश की मौत हो जाती। जीआरपी और आरपीएफ के जवानों ने राकेश को आत्महत्या करने से बचा लिया।
जीआरपी के आरक्षक रविश कुमार यादव ने बताया कि गुरुवार को सुबह 10.30 बजे के लगभग रेलवे स्टेशन क्रमांक एक के शेड पर बैठे युवक पर अचानक उनकी नजर पड़ी। राकेश ओएचई केबल से बार-बार आत्महत्या करने का प्रयास कर रहा था। राकेश को देखा तो तत्काल ओएचई डाउन मेन लाइन बंद कराया। राकेश केबल के बहुत ही करीब था। आरक्षक रविश यादव ने बताया कि यह केवल एक फीट दूर से ही किसी को भी खींच लेता है और इसकी चपेट में आने से तत्काल मौत हो जाती है। राकेश नीचे नहीं उतर रहा था। उसे काफी समझाने के प्रयास किया,फिर भी वह नहीं माना।
शेड पर चढ़े जीआरपी और आरपीएफ के जवान
राकेश नहीं माना तो जीआरपी आरक्षक कुलदीप धोटे, आरक्षक दिलीप नरवरे को शेड पर चढ़ाया। आरपीएफ के आरक्षक हरविंदर भी शेड पर चढ़े। रविश यादव ने बताया कि राकेश को लगभग 15 से 20 मिनट तक बातों में लगा कर रखा। राकेश से कहा कि तेरी समस्या का समाधान कर देंगे और जो भी जरूरत है उसे पूरी करेंगे। इसके बाद भी राकेश नहीं मान रहा था और वह केबल को पकडऩे का प्रयास कर रहा था। कुछ देर के लिए राकेश शेड पर बैठा तो जीआरपी के जवानों ने उसे लपक लिया और नीचे उतारा। जीआरपी और आरपीएफ के जवानों के प्रयास से राकेश की जान बच गई। प्लेटफॉर्म एक बुङ्क्षकग विंडों के पास से ही युवक शेड पर चढ़ गया था।
पांच माह से है मानसिक स्थिति खराब
जीआरपी ने राकेश धुर्वे से पूछताछ की तो उन्होंने अपना निवास और पता बताया। राकेश धुर्वे ने जीआरपी पुलिस को बताया कि वह खंडवा से वापस आया था और यहां पर आत्महत्या करने का प्रयास कर रहा था। जिसके बाद जीआरपी ने पुलिस थाने की मदद से सरपंच को सूचना दी। जिससे पिता धनराज धुर्वे को जानकारी लगी। राकेश के पिता उसे लेने के लिए जीआरपी चौकी पहुंचे। धनराज धुर्वे ने बताया दो दिन पहले राकेश घर से खंडवा जाने का कहकर निकला था और आज यहां इस स्थिति में मिला है।
मिक्सर मशीन चलाने का करता है काम
राकेश के पिता ने बताया कि राकेश खंडवा में मिक्सर मशीन चलाने का काम करता है और उसकी शादी नहीं हुई है। 5 माह से उसकी मानसिक हालत ठीक नहीं है अभी चार-पांच दिन पहले भी घर में खटिया और बिस्तर जला दिया था। परिजनों का कहना है कि राकेश भगत भूमका से इलाज कर रहे हैं।
Published on:
07 Sept 2023 09:43 pm
बड़ी खबरें
View Allबेतुल
मध्य प्रदेश न्यूज़
ट्रेंडिंग

