
Due to lack of maintenance, the air quality index machine installed in,Due to lack of maintenance, the air quality index machine installed in
-
बैतूल। शहर में वायु प्रदूषण की स्थिति को दर्शाने के लिए कलेक्टोरेट के दो नंबर गेट पर लगाई गई एयर क्वालिटी इंडेक्स मशीन लगने के एक महीने बाद से बंद पड़ी है। इस मशीन को पॉवर जनरेटिंग कंपनी सारनी के सौजन्य से लगाया गया था। जिसका संचालन प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को करना था, लेकिन मशीन बंद होने के बाद से इसके मेंटेनेंस को लेकर पॉवर जनरेटिंग कंपनी और प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के बीच आपसी खींचतान चल रही है। पॉवर जनरेटिंग कंपनी, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को मशीन के संचालन और संधारण की जिम्मेदारी सौंपने की बात कह रही हैं, तो वहीं प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड का कहना है कि वे मशीन का संचालन कर सकते हैं लेकिन उसका संधारण करना मुश्किल है। पॉवर जनरेटिंग कंपनी ने जिस कंपनी से मशीन क्रय की थी उससे ही इसका संधारण (मेंटेनेंस) करना चाहिए।
लगने के एक महीने बाद ही बंद हो गई मशीन
शहरवासियों को प्रदूषण के स्तर का पता चल सके इसके लिए कलेक्टोरेट में एयर क्वालिटी इंडेक्स मशीन लगाई गई थी। एक महीने तक तो मशीन ठीक-ठाक चली, लेकिन उसके बाद मशीन का डिस्प्ले खराब हो गया। जिसके बाद से मशीन बंद पड़ी है। मशीन को सुधारे की जहमत अभी तक किसी ने नहीं उठाई हैं। जिला प्रशासन ने भी इस ओर ध्यान देना जरूरी नहीं समझा। इस वजह से लोगों को वायु प्रदूषण के स्तर का पता नहीं लग पा रहा है।
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने खड़े किए हाथ
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने मशीन के संचालन और संधारण को लेकर हाथ खड़े कर दिए हैं। विभाग के कहना है कि न तो उनके पास इतना बजट हैं और न ही मेन पॉवर हैं जिससे वह मशीन का संचालन और संधारण कर सके। वहीं पॉवर जनरेटिंग कंपनी जिसके सौजन्य से मशीन लगाई गई थी उसने भी प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को पत्र लिखकर मशीन के संचालन और संधारण सौंप दी हैं। ऐसे में दोनों विभागों के हाथ खड़े कर दिए जाने से मशीन को अभी तक सुधारा नहीं जा सका है।
यह था मशीन का काम
एयर क्वालिटी मशीन वायु प्रदूषण के लिए जिम्मेदार तत्वों की वातावरण में मात्रा का आंकलन करती हैं। महीन धूलकणों, सल्फर ऑक्साइड, नाइट्रोजन ऑक्साइड, ओजोन कार्बन, मोनो ऑक्साइड सहित अन्य गैसों के स्तर का मापन करती हैं। मशीन हर घंटे में आंकड़े डिस्प्ले में प्रदर्शित करती है।
इनका कहना
- हमने थर्मल पॉवर कंपनी को मशीन के मेंटेनेंस के लिए कहा था, उन्होंने लिखकर दे दिया है कि मशीन का मेंटेनेंस प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड कराए। विभाग के पास न तो अमला हैं और न ही बजट हैं जिससे वह मेंटेनेेंस कराए। जिस कंपनी से मशीन क्रय की गई थी उससे भी मेंटेनेंस कराया जाना चाहिए।
- संजय राजपूत, कैमिस्ट प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड भोपाल।
Published on:
19 Jun 2023 09:40 pm
बड़ी खबरें
View Allबेतुल
मध्य प्रदेश न्यूज़
ट्रेंडिंग

