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इंजीनियरिंग छात्रों को विदेशी भाषा सिखाने की तैयारी में वीटीयू

भारत India में जर्मन और जापानी कंपनियों की बढ़ती उपस्थिति और विदेशों में भारतीय इंजीनियरों की बढ़ती मांग के कारण भाषाई दक्षता महत्वपूर्ण है।

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इंजीनियर Engineer बनने और कौशल होने के बावजूद कई स्नातक भाषा Foreign Language नहीं आने के कारण विदेशों में नौकरी पाने से वंचित रह जाते हैं। इससे निपटने के लिए विश्वेश्वरैया प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (वीटीयू) ने शैक्षणिक वर्ष 2025-26 सेजापानी, जर्मन और फ्रेंच सहित विभिन्न विदेशी भाषाएं पढ़ाने की घोषणा की है। वीटीयू इसके लिए विदेशी भाषा ऑनलाइन प्लेटफॉर्म स्थापित करेगा।

मंत्री एम. बी. पाटिल की सिफारिश के बाद वीटीयू Visvesvaraya Technological University ने यह पहल की है।पाटिल ने हाल ही में उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. एम.सी. सुधाकर और वीटीयू को लिखे अपने पत्र में वीटीयू पाठ्यक्रम में जापानी और जर्मन भाषाओं को पाठ्यक्रम के रूप में शामिल करने का सुझाव दिया था।पाटिल के अनुसार मजबूत तकनीकी योग्यताओं के बावजूद केवल भाषा के कारण बड़ी संख्या में छात्रों को जापान और जर्मनी जैसे देशों में, रोजगार के अवसर प्राप्त करने में चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है।

इंजीनियरिंग, विनिर्माण और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में गहन सहयोग के साथ, जर्मनी यूरोप में भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार बना हुआ है। जापान भारत के बुनियादी ढांचे और उच्च-प्रौद्योगिकी क्षेत्रों में एक रणनीतिक साझेदार है। भारत India में जर्मन और जापानी कंपनियों की बढ़ती उपस्थिति और विदेशों में भारतीय इंजीनियरों की बढ़ती मांग के कारण भाषाई दक्षता महत्वपूर्ण है।

वैकल्पिक पाठ्यक्रम

वीटीयू के कुलपति एस. विद्याशंकर ने कहा, इंजीनियरिंग पाठ्यक्रमों के लिए पाठ्यक्रम पहले से ही 160 क्रेडिट अंकों का है, इसलिए विदेशी भाषाओं को वैकल्पिक पाठ्यक्रम के रूप में शामिल नहीं किया जा सकता। इसलिए, हमने विदेशी भाषा सीखने के लिए एक नया ऑनलाइन प्लेटफॉर्म बनाने का फैसला किया है। इच्छुक छात्र ऑनलाइन पंजीकरण कराकर अपनी पसंद की भाषा सीख सकते हैं।