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ट्रेन में ‘दौड़ा’ धड़कता दिल, हृदय प्रत्यारोपण सर्जरी सफल

चिकित्सक दल को केवल मेट्रो का मूल किराया देना पड़ा।

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-हृदय प्रत्यारोपण के लिए पहली बार हुआ नम्मा मेट्रो का उपयोग

नम्मा मेट्रो Namma Metro एक बार फिर अंग प्रत्यारोपण प्रक्रिया Organ Transplant में बेहद मददगार साबित हुई। घंटों की दूरी कुछ ही मिनटों में तय हो गई। एक धड़कता हुआ दिल Beating Heart शहर के एक निजी अस्पताल से दूसरे निजी अस्पताल पहुंच गया।

इस तरह की दूसरी घटना में सुरक्षाकर्मियों की निगरानी में आठ चिकित्सकों की एक टीम गुरुवार रात एक विशेष आइस बॉक्स में धड़कता दिल लेकर यशवंतपुर स्थित स्पर्श अस्पताल से निकली। इसके चंद मिनटों बाद टीम ने 11 बजकर एक मिनट पर यशवंतपुर स्टेशन से मेट्रो ली और धड़कते हुए दिल Heart के साथ मिनटों में संपिगे रोड स्टेशन पहुंच गई। इस दौरान ट्रेन ने कई स्टेशन पार किए। स्टेशन से उतरने के बाद टीम पास ही स्थित अपोलो अस्पताल पहुंची, जहां पहले से तैयार चिकित्सकों की टीम ने हृदय प्रत्यारोपण Heart Transplant सर्जरी की।

इस जीवन रक्षक प्रयास ने असम एक 33 वर्षीय मरीज को जीवनदान दिया। चिकित्सकों के अनुसार सर्जरी सफल रही। मरीज वर्ष 2023 से हृदय प्रत्यारोपण की प्रतीक्षा कर रहा था।

बीएमआरसीएल के अनुसार सहायक सुरक्षा अधिकारी होन्ने गौड़ा ने अंग परिवहन के लिए सुरक्षा व्यवस्था का समन्वय किया और पूरी यात्रा के दौरान चिकित्सा टीम के साथ मिलकर काम किया। चिकित्सक दल को केवल मेट्रो का मूल किराया देना पड़ा।

इससे पहले अगस्त में, नम्मा मेट्रो ने पहली बार एक अंग के परिवहन को सफलतापूर्वक सुगम बनाया था। प्रत्यारोपण के लिए दान किया गया एक मानव यकृत, व्हाइटफील्ड स्थित वेदही अस्पताल से राजराजेश्वरी नगर स्थित स्पर्श अस्पताल पहुंचाया गया था।