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तीन बाघ शावकों को बचाने में जुटा वन विभाग

कुछ देर के बाद वन रक्षक लौटे तो शावक इधर-उधर घूम रहे थे और भ्रमित लग रहे थे।

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चामराजनगर जिले के बीआरटी टाइगर रिजर्व में क्षीण अवस्था में मिले तीन बाघ शावकों Tiger Cubs को वन विभाग ने बचा लिया है। लेकिन, मां के आसपास नहीं मिलने के कारण शवकों को वन्यजीव बचाव केंद्र में स्थानांतरित किया जाएगा।

वन रक्षकों ने 13 अक्टूबर को नियमित गश्त के दौरान पुंजनूर-बेदुगुली मार्ग के पास सबसे पहले दो शावकों को देखा। इन्हें लगा कि शावक अपनी मां का इंतजार कर रहे होंगे। इस अनुमान के साथ वन रक्षकों ने गश्त जारी रखी। हालांकि, कुछ देर के बाद वन रक्षक लौटे तो शावक इधर-उधर घूम रहे थे और भ्रमित लग रहे थे।

सुरक्षाकर्मियों ने आस-पास मां के होने के संकेतों की तलाश में इलाके की तलाशी ली पर कोई सुराग नहीं मिला। उच्च अधिकारियों के निर्देश पर निगरानी के लिए इलाके में कैमरा ट्रैप लगाए गए। तमाम कोशिशों के बावजूद, मां का पता नहीं चल सका। तलाशी अभियान के दौरान झाडिय़ों से एक तीसरा शावक निकल आया।

बीआरटी टाइगर रिजर्व के उप वन संरक्षक और निदेशक, बी.एस. श्रीपति ने बताया कि शावक लगभग एक महीने के हैं और मां की अनुपस्थिति में उनके बचने की संभावना कम है। नियमों के अनुसार एक मानक तकनीकी मार्गदर्शन और निगरानी समिति का गठन किया गया है। तीनों शावक पशु चिकित्सकों की निगरानी में हैं।शावकों को मैसूरु के बाहरी इलाके कूर्गल्ली स्थित चामुंडी वन्य जीव बचाव एवं पुनर्वास केंद्र में स्थानांतरित किया जाएगा।