बलरामपुर जिले के रेहरा बाजार थाना क्षेत्र के सकड़रिया गांव में मंगलवार सुबह उस वक्त सनसनी फैल गई। जब गांव के बाहर नहर किनारे झाड़ियों में एक 17 वर्षीय किशोरी का शव पड़ा मिला। सूचना मिलते ही आसपास के लोग मौके पर जुट गए और देखते ही देखते पूरे इलाके में घटना की चर्चा फैल गई। मृतका की पहचान हरिश्चंद्र विश्वकर्मा की बेटी रेशमी के रूप में हुई है। जो देर शाम घर से निकली थी। फिर वापस नहीं लौटी। सुबह ग्रामीणों ने उसका शव देखा तो परिजनों को सूचना दी गई।
घटनास्थल की स्थिति देखकर स्पष्ट हो गया कि किशोरी की मौत संदिग्ध हालात में हुई है। उसकी गर्दन पर चोट के निशान पाए गए हैं। जबकि मोबाइल फोन गायब है। प्राथमिक जांच में पुलिस को आशंका है कि हत्या कर शव झाड़ियों में फेंका गया है।
सूचना पर एसपी विकास कुमार, एएसपी विशाल पांडेय और सीओ राघवेंद्र सिंह सहित पुलिस फोरेसिंक टीम मौके पर पहुंची और साक्ष्य जुटाए। टीम ने खून के धब्बों, कपड़े के टुकड़ों और मिट्टी के नमूनों को सील कर जांच के लिए भेज दिया है। इसके साथ ही नहर किनारे के क्षेत्र की ड्रोन कैमरे से निगरानी कराई गई है। पुलिस ने गांव में कई लोगों से पूछताछ की है। एक व्यक्ति पर संदेह जताया जा रहा है। जिसकी तलाश जारी है। फिलहाल पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के कारणों की पुष्टि हो सकेगी। परिजनों का कहना है कि रेशमी सोमवार शाम किसी काम से घर से निकली थी। देर रात तक वापस न आने पर परिजनों ने खोजबीन की लेकिन उसका कोई सुराग नहीं मिला। सुबह शव मिलने की खबर से परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा।
रेशमी दो भाइयों के बीच इकलौती बहन थी। कुछ साल पहले तक वह गांव के ही स्कूल में पढ़ती थी। मगर आर्थिक तंगी के चलते पढ़ाई छोड़ दी थी। उसके पिता हरिश्चंद्र विश्वकर्मा और बड़ा भाई मुंबई में पीओपी का काम करते हैं। पिता को बेटी की मौत की खबर मिली तो वह मुंबई से गांव के लिए रवाना हो गए हैं। पुलिस अधीक्षक ने कहा कि हर पहलू पर गहराई से जांच की जा रही है। जल्द ही घटना के पीछे की सच्चाई सामने लाई जाएगी।
Published on:
08 Oct 2025 08:22 pm
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