जगतगुरु रामभद्राचार्य फोटो सोर्स ट्यूटर अकाउंट
चित्रकूट के तुलसी पीठाधीश्वर जगद्गुरु रामानंदाचार्य स्वामी रामभद्राचार्य मंगलवार को अयोध्या पहुंचे। जहां उन्होंने रामलला और हनुमानगढ़ी मंदिर में दर्शन-पूजन किया। रामलला के दर्शन के बाद वे भावविभोर नजर आए। उन्होंने कहा कि “रामलला को देखकर ऐसा लगा मानो गोद में उठा लूं। यह अनुभव अद्भुत और आत्मिक शांति देने वाला है।
उन्होंने राम मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्यगोपाल दास से भी भेंट की। बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि “हमारी मित्रतापूर्ण मुलाकात हमेशा आनंदमय रहती है। वे अब बहुत कम पहचान पाते हैं। लेकिन मुझे पहचान लिया। यह मेरे लिए सुखद है।
स्वामी रामभद्राचार्य ने कहा कि 25 नवंबर को जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राम मंदिर के ध्वजारोहण समारोह में आएंगे। वह क्षण ऐतिहासिक होगा। उन्होंने कहा कि यह पूरे देश के लिए गौरव का विषय है। ‘मथुरा में भी निभाऊंगा वही भूमिका जो अयोध्या में थी। मथुरा को लेकर उन्होंने बड़ा बयान देते हुए कहा कि अयोध्या में राम मंदिर आंदोलन के दौरान जो मेरी भूमिका रही है। वही मथुरा में भी निभाई जाएगी।
स्वामी रामभद्राचार्य रात करीब 8:30 बजे रामलला मंदिर पहुंचे। वहां उन्होंने लगभग 10 मिनट तक प्रभु के सामने ध्यान लगाया। भक्ति भाव में लीन रहे। मंदिर प्रशासन ने उनका पारंपरिक स्वागत किया। इसके बाद वे हनुमानगढ़ी पहुंचे। जहां उन्होंने हनुमान जी का तिलक किया और तुलसी दल अर्पित कर पूजा की। संतों ने उन्हें पुष्पमाला और प्रसाद भेंट किया। यहां भी वे प्रसन्न और आभामय दिखाई दिए। अंत में उन्होंने मणिराम दास छावनी जाकर महंत नृत्यगोपाल दास से पुनः भेंट की और अयोध्या के दीपोत्सव की तैयारियों पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि “इस वर्ष का दीपोत्सव भव्य होगा। तीन नए कीर्तिमान स्थापित होंगे।
Published on:
15 Oct 2025 01:17 pm
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