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निजी स्कूलों में RTE के एडमिशन वाले स्टूडेंट्स का 5 नवम्बर तक होगा भौतिक सत्यापन, टीम गठित  

शैक्षिक सत्र 2025-26 में आरटीई के तहत अध्ययनरत बालक-बालिकाओं, वीर बाला काली बाई भील बालिका फीस पुनर्भरण योजना एवं मुख्यमंत्री बालक फीस पुनर्भरण योजना के तहत अध्ययनरत बालक-बालिकाओं के भौतिक सत्यापन के लिए शिक्षा निदेशक बीकानेर ने निर्देश दिए है।

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शैक्षिक सत्र 2025-26 में आरटीई के तहत अध्ययनरत बालक-बालिकाओं, वीर बाला काली बाई भील बालिका फीस पुनर्भरण योजना एवं मुख्यमंत्री बालक फीस पुनर्भरण योजना के तहत अध्ययनरत बालक-बालिकाओं के भौतिक सत्यापन के लिए शिक्षा निदेशक बीकानेर ने निर्देश दिए है। ऐसे में अलवर जिले की भी 404 गैर सरकारी स्कूलों में राजपत्रित अधिकारियों एवं शिक्षकों की ओर से 5 नवम्बर तक भौतिक सत्यापन किया जाएगा।

इधर भौतिक सत्यापन को लेकर संचालक रिकॉर्ड संधारण करने में जुटे हुए है। भौतिक सत्यापन दलों की ओर से गैर सरकारी स्कूलों में नि:शुल्क अध्ययन कर रहे विद्यार्थियों से संबंधित रिकॉर्ड की जांच की जाएगी। कक्षा 9 से 12 में अध्ययनरत बालक-बालिकाओं की फीस पुनर्भरण से पूर्व गैर सरकारी विद्यालयों में भौतिक सत्यापन करेंगे।

मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक ने भौतिक सत्यापन दलों के गठन के बाद भनोखर, गोविन्दगढ़, रामगढ़, राजगढ़, कठूमर, रैणी, लक्ष्मणगढ़, थानागाजी और उमरैण ब्लॉक मुख्यालयों पर प्रशिक्षण आयोजन के निर्देश दिए है। भौतिक सत्यापन के लिए स्कूलों को भी निर्देशित किया है कि विद्यालय पीएसपी पोर्टल से भौतिक सत्यापन रिपोर्ट प्रिंट कर रखें।

नि:शुल्क प्रवेश संबंधी समस्त रिकॉर्ड की जांच होगी, जो बालक प्रवेश के लिए अपात्र पाए जाएंगे, उनके कारणों के कोड अंकित करने होंगे। सत्यापन दल 25 प्रतिशत नि:शुल्क एवं शेष 75 प्रतिशत स:शुल्क सीट्स पर अध्ययनरत बालकों की नियमित उपस्थिति की भी जांच करेंगे। बालक के दुर्बल वर्ग या असुविधाग्रस्त समूह से सम्बन्धित होने, प्रवेश के लिए निर्धारित कैचमेन्ट एरिया के निवासी होने, प्रवेश के लिए कक्षा अनुरूप आयु संबंधी पात्रता के आधार पर जांच होगी।

आरटीई के तहत पढ़ाई कर रहे विद्यार्थियों के भौतिक सत्यापन दलों का गठन राज्य स्तर से हो गया है। अब दल स्कूलों में जाकर सत्यापन कर रिपोर्ट कार्यालय में प्रस्तुत करेंगे। - महेश मेहता, जिला शिक्षा अधिकारी, माध्यमिक, अलवर।