Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

ट्रंप का पुतिन से बुडापेस्ट समिट प्लान: टॉमहॉक मिसाइलों पर बड़ा ट्विस्ट! क्या है कॉल का सरप्राइज

Trump Putin Summit:ट्रंप ने पुतिन से बुडापेस्ट में समिट का ऐलान किया, यूक्रेन युद्ध खत्म करने पर फोकस किया गया है, लेकिन टॉमहॉक मिसाइल सप्लाई पर पीछे हटे।

2 min read

भारत

image

MI Zahir

Oct 17, 2025

Trump Putin Summit

ट्रंप का पुतिन से बुडापेस्ट समिट प्लान। (फोटो: एएनआई)

Trump Putin Summit: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ( Donald Trump ) शुक्रवार को व्हाइट हाउस में यूक्रेनी लीडर वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की (Volodymyr Zelensky) से मिलने वाले हैं। लेकिन इससे पहले उन्होंने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) से फोन पर लंबी बात की, जिसमें 'काफी प्रोग्रेस' हुई। ट्रंप ने कहा कि दोनों हंगरी की राजधानी बुडापेस्ट में जल्द मिलेंगे। यह दूसरी समिट होगी – पहली अलास्का में हुई थी, लेकिन कोई बड़ा रिजल्ट नहीं निकला। ट्रुथ सोशल पर ट्रंप ने पोस्ट किया, "पुतिन और मैं बुडापेस्ट में मिलकर यूक्रेन के 'शर्मनाक' युद्ध को खत्म करने की कोशिश करेंगे।"

टॉमहॉक मिसाइलें: अमेरिका का स्टॉक खतरे में ?

फोन कॉल में यूक्रेन को अमेरिकी टॉमहॉक क्रूज मिसाइलें देने का मुद्दा भी उठा। ट्रंप ने साफ कहा, "हम अपना स्टॉक खत्म नहीं कर सकते। ये मिसाइलें बहुत ताकतवर, सटीक और जरूरी हैं – अमेरिका को भी इनकी भारी जरूरत है।" रूसी मीडिया टीएएसएस के मुताबिक, ट्रंप ने जोड़ा कि पुतिन को यह आइडिया पसंद नहीं आया। क्रेमलिन के एडवाइजर यूरी उशाकोव ने बताया कि पुतिन ने ट्रंप को चेताया – ये मिसाइलें युद्ध नहीं बदलेंगी, बल्कि अमेरिका-रूस रिश्तों और शांति को नुकसान पहुंचाएंगी। टॉमहॉक की रेंज 1500 मील तक है, जो मॉस्को को भी टारगेट बना सकती है।

ज़ेलेंस्की की मांग: ज्यादा हथियार, तेज सप्लाई

ज़ेलेंस्की लंबे समय से अमेरिका से पैट्रियट सिस्टम के लिए मिसाइलें और टॉमहॉक मांग रहे हैं। पिछले हफ्ते ट्रंप ने कहा था कि पुतिन से बात करके ही फैसला लेंगे। अब समिट का ऐलान होते ही यूक्रेन के सर्कल में हलचल है। ज़ेलेंस्की का मानना है कि लॉन्ग-रेंज हथियार पुतिन को नेगोशिएशन टेबल पर लाएंगे। लेकिन ट्रंप का यू-टर्न लगता है रूस के प्रेशर का नतीजा। व्हाइट हाउस मीटिंग में एयर डिफेंस और स्ट्राइक कैपेबिलिटी पर फोकस होगा।

बुडापेस्ट क्यों ? हंगरी का रोल बड़ा

समिट हंगरी में क्यों? क्योंकि PM विक्टर ऑर्बन पुतिन के पुराने दोस्त हैं। ऑर्बन ने ट्रंप से बात कर 'पीस समिट' की तैयारी की बात कही। यह पहली बार होगा जब पुतिन 2022 के बाद किसी EU कैपिटल में आएंगे – ICC के वारंट से बचने के लिए हंगरी ICC से बाहर निकलने की प्लानिंग कर रहा है। ट्रंप के मुताबिक, दोनों देशों के टॉप एडवाइजर्स अगले हफ्ते मिलेंगे। अमेरिका की तरफ से विदेश मंत्री मार्को रुबियो, रूस से सर्गेई लावरोव तैयारी करेंगे। यह इस साल की आठवीं ट्रंप-पुतिन बातचीत है।

शांति की उम्मीद या नया टेंशन? आगे क्या

ट्रंप गाजा डील की तरह यहां भी डिप्लोमेटिक जीत चाहते हैं। लेकिन क्रिटिक्स कहते हैं कि यह पुतिन को बूस्ट देगा। यूक्रेन के लिए अल्टरनेटिव? ATACMS या ERAM मिसाइलें, जो जल्दी आ सकती हैं। हम BigWebNews पर अपडेट्स ट्रैक करेंगे। क्या यह समिट युद्ध खत्म करेगा? कमेंट में बताएं! (ANI)