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फिलीपींस हिला-दहल गए दिल: 6.0 तीव्रता का भूकंप, आफ्टरशॉक्स से खतरा बढ़ा!

Philippines Earthquake 2025: फिलीपींस के सुरिगाओ डेल नॉर्टे में 13 अक्टूबर को 6.0 तीव्रता का ऑफशोर भूकंप आया, जो मिंडानाओ और सेबू में महसूस हुआ।

2 min read

भारत

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MI Zahir

Oct 17, 2025

Philippines Earthquake 2025

फिलीपींस का दक्षिणी इलाका भूकंप से फिर से कांप उठा। (फोटो: आईएएनएस।)

Philippines Earthquake 2025: फिलीपींस का दक्षिणी इलाका फिर से कांप उठा (Philippines Earthquake October 2025)। इधर 13 अक्टूबर को सुरिगाओ डेल नॉर्टे प्रांत के पास समुद्री इलाके में भूकंप आ गया, जिसकी तीव्रता पहले 6.2 बताई गई थी, लेकिन बाद में फिलीपींस इंस्टीट्यूट ऑफ वोल्केनोलॉजी एंड सीस्मोलॉजी (PHIVOLCS) ने इसे 6.0 कर दिया। यह झटका सुबह करीब 7 बजे आया, जो जमीन से सिर्फ 28 किलोमीटर नीचे था। केंद्र जनरल लूना शहर से महज 13 किलोमीटर दूर था। लोग घबरा गए, लेकिन अभी तक कोई बड़ा नुकसान या मौत की खबर नहीं आई।

मिंडानाओ और आसपास के इलाकों में दहशत(Surigao del Norte Quake)

यह भूकंप न सिर्फ सुरिगाओ बल्कि पूरे मिंडानाओ क्षेत्र और मध्य फिलीपींस के पड़ोसी प्रांतों में महसूस हुआ। PHIVOLCS ने चेतावनी दी कि यह टेक्टोनिक क्वेक है, जो कई छोटे-बड़े आफ्टरशॉक्स ला सकता है। इनसे इमारतें ढहने या रास्ते बंद होने का खतरा है। फिलीपींस जैसे द्वीपीय देश में ऐसे झटके आम हैं, लेकिन हर बार लोग सतर्क हो जाते हैं। वीडियो में लोग घरों से भागते और सड़कों पर इकट्ठा होते हुए दिखे।

पिछले दिनों की भयावह यादें ताजा

यह क्वेक हाल के भूकंपों की चेन का हिस्सा लगता है। 10 अक्टूबर को दावाओ ओरिएंटल में 7.4 और 6.8 तीव्रता के दो समुद्री भूकंपों ने 8 लोगों की जान ले ली थी। सुनामी अलर्ट भी जारी हुआ था। उसी दिन सेबू के बोगो के पास भी 6.0 का झटका आया। 30 सितंबर को सेबू में 6.9 तीव्रता वाले क्वेक ने 76 लोगों को मार डाला। अक्टूबर से अब तक 4-5 तीव्रता के दर्जनों छोटे झटके महसूस हो रहे हैं। ये घटनाएं फिलीपींस की भूगर्भीय अस्थिरता को उजागर करती हैं।

रिंग ऑफ फायर का जाल, क्यों इतने क्वेक्स ?

फिलीपींस प्रशांत रिंग ऑफ फायर पर बसा है, जहां टेक्टोनिक प्लेटें आपस में टकराती और रगड़ खाती रहती हैं। ये प्लेटें धीरे-धीरे सरकती हैं, लेकिन घर्षण से फंस जाती हैं। जब तनाव ज्यादा हो जाता है, तो अचानक फट पड़ता है – ऊर्जा तरंगें निकलती हैं और धरती हिलती है। यही वजह है कि यहां सालाना 800 से ज्यादा भूकंप आते हैं। ऊपर से टाइफून बेल्ट होने से बाढ़, ज्वालामुखी और तूफान भी आम हैं। दुनिया के सबसे खतरे वाले देशों में शुमार फिलीपींस को हमेशा अलर्ट मोड में रहना पड़ता है।

राहत और तैयारी पर फोकस, आगे क्या ?

राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन परिषद ने तुरंत रेस्क्यू टीम भेजी हैं। अभी कोई हताहत न होने से राहत, लेकिन आफ्टरशॉक्स से सावधान रहने की सलाह दी गई है। सरकार ने 2025 बजट में डिसास्टर फंड बढ़ाने का प्लान किया है। अंतरराष्ट्रीय मदद के लिए UN भी तैयार है। फिलीपींस की हिम्मत देखिए – हर आपदा के बाद वे मजबूत लौटते हैं।