एक ओर पुलिस नशामुक्ति अभियान चला रही है। वहीं दूसरी ओर पिपलौद थाना क्षेत्र अवैध शराब का गढ़ बनता जा रहा है। मंगलवार को पिपलौद थाना क्षेत्र के ग्राम बलवाड़ा की महिलाएं अवैध शराब की शिकायत को लेकर पहुंची। इसके दो सप्ताह पूर्व इसी थाना क्षेत्र के अमलानी की महिलाएं भी अवैध शराब की गुहार कलेक्टर से लगा चुकी है। मंगलवार को जनसुनवाई में पहुंची महिलाओं ने जिपं सीईओ डॉ. नागार्जुन बी. गौड़ा से कहा कि साहब हमारे पति, बच्चे शराब के लिए लाड़ली बहना की राशि तक छीनकर ले जा रहे है।
घर-घर बिक रही कच्ची शराब
ग्रामीण महिला लीलाबाई ने बताया कि गांव में खुलेआम कच्ची शराब बिक रही है। शराब के रुपए के लिए परिवार के पुरुष रोज विवाद करते है। रुपए नहीं देने पर मारपीट भी करते है, घर का राशन तक बेच देते है। जब शराब पीकर आते है तो भी मारपीट करते है। महिला किरण बाई ने बताया कि शराब की लत के चलते जवान बेटों की शादी भी नहीं हो पा रही है। गांव अलग बदनाम हो रहा है। कई बार शिकायत की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं होती है। जिपं सीईओ डॉ. गौड़ा ने इस मामले में सहायक जिला आबकारी अधिकारी सीएस मीणा को कार्रवाई के निर्देश जारी किए है।
पिपलोद क्षेत्र में नहीं रुक रहा अवैध शराब का कारोबार
पिपलोद थाना क्षेत्र में अवैध शराब के कारोबार पर न तो आबकारी विभाग, न पुलिस विभाग का कोई जोर चल रहा है। पिपलोद थाना क्षेत्र के कई गांव अवैध शराब के अड्डे बन चुके है। 24 जून को पांचबेड़ी गांव की महिलाओं ने भी घर-घर अवैध शराब बिकने की गुहार लगाई थी। इसके बाद 8 जुलाई को ग्राम अमलानी की महिलाएं भी अवैध शराब की शिकायत को लेकर जनसुनवाई में पहुंची थी। दोनों ही प्रकरणों में आबकारी और पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। अब तीसरे गांव की महिलाएं भी अवैध शराब की समस्या को लेकर गुहार लगाने पहुंची।
हम लगातार कर रहे कार्रवाई
अवैध शराब को लेकर लगातार कार्रवाई की जा रही है। जहां से भी शिकायत आती है, वहां अमला कार्रवाई करता है। बलवाड़ा ग्राम में अवैध शराब की शिकायत मिली है, हम कार्रवाई करेंगे।
सीएस मीणा, जिला सहायक आबकारी अधिकारी।