इंदौर. शहर के राउ ब्रिज को बने छह महीने भी नहीं हुए है, लेकिन इस ब्रिज से आवाजाही करने वाले दो दर्जन से अधिक वाहन चालक दुर्घटना का शिकार हो गए हैं। इस ब्रिज का सफर लोगों के लिए जानलेवा साबित हो रहा है। ब्रिज बनानेे वाले जिम्मेदारों का लापरवाहीपूवर्क काम लोगों की जिंदगी से खेल रहा है और रोजाना वाहन चालक ब्रिज पर गड्ढे के चलते हादसे का शिकार हो रहे हैं।
सफर की शुरुआत एबी रोड महू से आते समय ब्रिज के मुख्य द्वार पर एक बड़े गड्ढे से होती है, वहीं ब्रिज के दूसरी तरफ उतरते समय भी गडढे से स्वागत होता है। यहां नजर हटी, दुर्घटना घटी की कहावत सही साबित हो रही है। जरी सी चूक जिंदगी और मौत के बीच जूझने को मजबूर कर देती है।
दो बार मरते-मरते बचा
वाहन चालक रूपेश बामने ने बताया कि इस ब्रिज को बने अभी छह महीने भी नहीं हुए है, लेकिन इन छह में 25 से ज्यादा सडक़ हादसे हो गए हैं। दो बार तो स्वयं ही मरते-मरते बचा। ब्रिज पर गड्ढे होने से एक दम ब्रेक लगाने से केबल टूट गई, वरना पीछे से आ रहा ट्रक रोंद देता। करीबन 20 फीट के क्षेत्र में गड्ढे हैं, आसपास तेजाजी नगर थाने का बैरिकेड्स लगा है। इससे थोड़ी आगे चलते ही 25 फीट की चौड़ाई में रास्ता जर्जर हो रहा है, इसके आसपास गिट्टी मटेरियल डालकर रास्ता पर छोटे प्लास्टिक के बैरिकेड्स लगा दिए हैं।