भीलवाड़ा। दीपोत्सव के दौरान शहर से लेकर जिले में विद्युत तंत्र मजबूत रहेगा। बिजली गुल नहीं रहे, इसके लिए भीलवाड़ा शहर मेंं अतिरिक्त विद्युत ट्रांसफार्मर लगाए जा रहे है। विशेष टीमें भी गठित की गई है। जबकि जिले के दूरदराज के हिस्सों व वंचित गांवों में बिजली पहुंचे, इसके लिए नए ग्रिड स्टेशन लगाए जा रहे है। अजमेर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के नव नियुक्त अधीक्षण अभियंता ओपी खटोड़ ने राजस्थान पत्रिका से यह बात कही। उन्होंने कहा कि जिले के विद्युतीकरण के ढांचे को और मजबूत किया जाएगा। उनसे हुई बातचीत के प्रमुख अंश।
पत्रिका: दीपोत्सव को लेकर जिले में विद्युत तंत्र को मजबूती के किस प्रकार के प्रयास हो रहे है ?
जवाब: जिले के उपभोक्ताओं को दीपावली के मौके पर निर्बाध रूप से बिजली मिले, इसके लिए मरम्मत व रखरखाव कार्य प्रगति पर है। 60 विशेष टीमें गठित की गई है। यह टीमें पेड़ों की कटाई, छंटाई के साथ ही ढीले तारों को कसने व अन्य तकनीकी खामियों को दूर करने में जुटी हुई है।
पत्रिका: दबाव वाले क्षेत्रों में किस प्रकार की व्यवस्था रहेगी ?
जवाब: कई हिस्सों में बिजली का लोड अधिक रहेगा, यहां 32 अतिरिक्त ट्रांसफार्मर लगाए जा रहे है। इसी प्रकार मुख्यालय पर नियंत्रण कक्ष भी स्थापित रहेगा। अनुबंधित एजेंसी सिक्योर मीटर्स की सेवा भी प्रभावी रहेगी।
पत्रिका: स्मार्ट मीटर की उपयोगिता के बारे में क्या कहेंगे ?
जवाब: जिले में सभी उपभोक्ताओं के यहां स्मार्ट मीटर लगेंगे। यह उन्नत तरीके से विकसित है, यह मीटर सौलर उर्जा कनेक्शन में भी काम आ सकेंगे। स्मार्ट मीटर की अपडेट उपभोक्ता मोबाइल के जरिए भी ले सकेंगे। पोस्ट पेड व प्रीपेड के जरिए भी मीटर राशि का भुगतान हो सकेगा।
पत्रिका: जिले में बिजली उपभोक्ता कितने है ?
जवाब: जिले में कुल साढ़े पांच लाख उपभोक्ता है, इनमें घरेलू श्रेणी के तीन लाख नब्बे हजार उपभोक्ता है। जिले में अभी 18 हजार 568 स्मार्ट मीटर लग चुके है।
पत्रिका: करंट से मौतों के मामले में क्या कहेंगे ?
जवाब: विद्युत लाइनों पर तकनीकी व कर्मियों की मौत के मामले में की जांच अधिशासी अभियंता स्तर के अधिकारी करते हे। जांच रिपोर्ट के आधार पर प्रभावी कार्रवाई होती है। प्रभावित कर्मी या परिवार की भी मदद की जाती है। मकानों, दुकानों व सार्वजनिक स्थलों पर करंट के मामले में भी विभागीय जांच होती है।
पत्रिका: जिले में कितने नए जीएसएस है ?
जवाब: जिले में विद्युति सुदृढ़ीकरण के तहत छह नए जीएसएस बनाए जा चुके है। बजट प्रावधान के अनुसार नौ नए जीएसएस और बनाए जा रहे है। इनमें तीन जीएसएस भीलवाड़ा शहर में है।
पत्रिका: रोजाना बिजली की खपत कितनी है ?
जवाब: जिले में बिजली का उपभोग लगातार बढ़ रहा है। रोजाना की खपत 123 लाख यूनिट है। इसमें 46 लाख यूनिट घरेलू उपभोक्ता कर रहे है।
पत्रिका: बिजली बार-बार क्यूं गुल रहती है ?
जवाब: अघोषित रूप से बिजली विषम परििस्थतियों में ही होती है, उसमें भी प्रयास रहते है कि बिजली आपूर्ति व्यवस्था जल्द बहाल हो, इसके लिए अजमेर डिस्कॉम का तकनीकी महकमा अभियंताओं के साथ टीम भावना से चौबीस घंटे काम करता है।
पत्रिका: कितनी यूनिट फ्री मिलती है ?
जवाब: जिले में पंजीकृत उपभोक्ता को ही अभी सौ यूनिट बिजली फ्री है, यदि सौलर ऊर्जा का उपयोग अनुदान श्रेणी में है तो ऐसे उपभोक्ता को डेढ़ सौ यूनिट बिजली फ्री दी जा रही है। जिले में सौलर ऊर्जा के प्रति उपभोक्ताओं में रुझान बढ़ा है।