नवरात्रि पर्व को ध्यान में रखते हुए सोमवार को गुजरात के पुलिस महानिदेशक विकास सहाय ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए राज्य के सभी शहरों के पुलिस आयुक्त, रेंज के महानिरीक्षकों और जिला पुलिस अधीक्षक के साथ समीक्षा बैठक की। इसमें नवरात्रि के दौरान कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस की तैयारियों और व्यवस्थाओं पर विस्तार से चर्चा की गई।
नवरात्रि के दौरान बंदोबस्त के लिए 16 अतिरिक्त एसआरपी कंपनियां और दो स्टेट एक्शन फोर्स की टुकड़ियां जिलों व शहरों को आवंटित की गई हैं। संवेदनशील इलाकों में पैदल गश्त और वाहन पेट्रोलिंग बढ़ाने का निर्देश दिया है। शी टीमें पारंपरिक परिधान में गरबा स्थलों पर तैनात रहते हुए नजर रखेंगीं।
112 नंबर पर कॉल करते ही मिलेगी मदद
महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए शी टीम को सक्रिय किया गया है। इस टीम की महिला पुलिसकर्मी गरबा ग्राउंड और अन्य भीड़भाड़ वाले स्थानों पर पारंपरिक परिधान में निगरानी रखेंगी, ताकि छेड़छाड़ या कोई अन्य अवांछनीय घटना न हो। इसके अलावा किसी भी आपात स्थिति में गुजरात पुलिस के प्रोजेक्ट जनरक्षक हेल्पलाइन 112 पर कॉल करने पर तत्काल पुलिस सहायता प्राप्त की जा सकेगी।
नवरात्रि के दौरान ट्रैफिक की समस्या नहीं हो, इसके लिए लगातार सतर्क रहने के विशेष निर्देश दिए गए हैं। साथ ही त्योहार के दौरान ट्रैफिक व्यवस्था के लिए अतिरिक्त स्टाफ भी तैनात किया गया है। ये टीमें ट्रैफिक का सुचारू संचालन करेंगी, ताकि वाहन चालकों और राहगीरों को किसी तरह की असुविधा नहीं हो।
वरिष्ठ पुलिस अधिकारी कंट्रोल रूम में रहेंगे मौजूद
त्योहार के समय देर रात तक नागरिकों की आवाजाही बढ़ जाती है, ऐसे में किसी भी अवांछनीय घटना को रोकने के लिए पुलिस पूरी तरह सतर्क रहेगी। किसी भी घटना की स्थिति में त्वरित सहायता उपलब्ध हो, इसके लिए सभी पुलिस कंट्रोल रूम को क्विक रिस्पॉन्स के लिए तैयार रहने के निर्देश दिए गए हैं। इतना ही नहीं, वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को भी कंट्रोल रूम में मौजूद रहने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही नागरिकों के साथ पुलिस का व्यवहार उपयुक्त रहे और वे खुद को सुरक्षित महसूस करें, इसके लिए भी सख्त निर्देश जारी किए गए हैं।