Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

समाचार

No video available

विद्यार्थियों ने कॉलेज में लगाए ताले, प्राचार्य व सहायक आचार्यों को 3 घंटे कार्यालय में रखा बंद

हिण्डौनसिटी. राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में सहायक आचार्यों के प्रतिनियुक्ति पर जाने से बिगड़ी शिक्षण व्यवस्था को लेकर शनिवार को विद्यार्थियों का गुस्सा फूट पड़ा। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के पदाधिकारियों के नेतृत्व में छात्र-छात्राओं ने विरोध प्रदर्शन कर शिक्षण कार्य के प्रति बरती जा रही अनदेखी पर आक्रोश जताया। विद्यार्थियों ने महाविद्यालय परिसर में तालाबंदी कर दी और प्राचार्य व मौजूद सहायक आचार्यों को कार्यालय में बंद कर दिया। करीब तीन घंटे बाद मौके पर पहुुंची नायब तहसीलदार रेणु चौधरी की समझाइश पर विद्यार्थी परिषद के पदाधिकारी व छात्र-छात्राओं ने प्राचार्य कार्यालय का ताला खोला।

हिण्डौनसिटी. राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में सहायक आचार्यों के प्रतिनियुक्ति पर जाने से बिगड़ी शिक्षण व्यवस्था को लेकर शनिवार को विद्यार्थियों का गुस्सा फूट पड़ा। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के पदाधिकारियों के नेतृत्व में छात्र-छात्राओं ने विरोध प्रदर्शन कर शिक्षण कार्य के प्रति बरती जा रही अनदेखी पर आक्रोश जताया। विद्यार्थियों ने महाविद्यालय परिसर में तालाबंदी कर दी और प्राचार्य व मौजूद सहायक आचार्यों को कार्यालय में बंद कर दिया। करीब तीन घंटे बाद मौके पर पहुुंची नायब तहसीलदार रेणु चौधरी की समझाइश पर विद्यार्थी परिषद के पदाधिकारी व छात्र-छात्राओं ने प्राचार्य कार्यालय का ताला खोला।

दरअसल विज्ञान संकाय में राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में पद स्थापित प्राणिशास्त्र के सहायक आचार्य सुनील कुमार मीणा व वनस्पति विज्ञान की सहायक आचार्य गुंजन गोयल एक वर्ष से दूसरे जिलों के महाविद्यालय में प्रतिनियुक्ति पर हैं। ऐसे में स्थानीय महाविद्यालय में अध्ययनरत विद्यार्थियों की इन दोनों विषयों की पढ़ाई ठप है। विद्यार्थियों का कहना है कि इसका परीक्षा के परिणाम पर भी प्रतिकूल असर पड़ रहा है। महाविद्यालय प्रशासन से प्रतिनियुक्ति निरस्त कराने के आग्रह के बावजूद कार्रवाई नहीं हुई। इस पर शनिवार सुबह विद्यार्थी परिषद के विभाग संगठन मंत्री अनिरुद्ध कुलश्रेष्ठ व विभाग संयोजक योगेंद्र डागुर के नेतृत्व में विद्यार्थियों ने महाविद्यालय परिसर में विरोध प्रदर्शन किया। हाथों में झंडे व तख्तियां लेकर पहुंचे छात्र छात्राओं ने कॉलेज भवन के सभी चारों गेटों को बंद कर ताले लगा दिए। दिया। कार्यालय में सहायक आचार्यों के साथ मौजूद प्राचार्य को अंदर बंद कर दिया। विद्यार्थियों ने प्रतिनियुक्ति रद्द करो, पढ़ाई बचाओ नारे लगा कर बरामदे में धरना देकर प्रदर्शन किया। सूचना पर कोतवाली थाना पुलिस महाविद्यालय पहुंची, लेकिन विद्यार्थी प्रशासनिक अधिकारियों के बुलवाने व उचित कार्र्रवाई की मांग पर अड़े रहे। बाद में नायब तहसीलदार ने छात्रों से बात कर उनकी मांगों को उच्चाधिकारियों तक पहुंचाने की समझाइश की। करीब तीन घंटे बाद छात्र माने और प्राचार्य कार्यालय का ताला खोला। इसके बाद प्राचार्य व सहायक आचार्य बाहर निकल सके। इस दौरान परिषद के नगर मंत्री शांतनु चौधरी , नैना, अनुष्का, निशा, भूपेंद्र खरेटा,सुमन, कुंजल, राधा , गौरी, पायल, अर्चना, यशवंत जितेन्द्र, तिलक भारद्वाज सहित अन्य छात्र छात्राएं मौजूद रहे थे

ज्ञापन में खून से लिखी मांग

प्रदर्शन के दौरान अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की ओर से उपमुख्यमंत्री व उच्च शिक्षा मंत्री डॉ.प्रेमचंद बैरवा के नाम नायब तहसीलदार रेणु चौधरी को ज्ञापन सौंप। ज्ञापन में परिषद के विभाग संयोजक योगेंद्र डागुर ने एक पन्ने पर अपने खून से प्रतिनियुक्ति निरस्त करो लिख कर संलग्न किया। इस दौरान विद्यार्थियों ने छात्र हित में मांगों को लेकर नारे लगाए।

विद्या संबल की राह में भी रोड़ा

प्राचार्य ने बताया समस्या की जड़ प्रतिनियुक्ति व्यवस्था में है। उन्होंने स्पष्ट किया, प्रतिनियुक्त सहायक आचार्यों का वेतन हमारे महाविद्यालय के मद से ही उठता है, इसलिए पद रिक्त नहीं दिखाए जाते। इस वजह से हम विद्या संबल योजना के तहत भी नए सहायक आचार्य नहीं लगा पा रहे हैं।

प्राचार्य कक्ष की काटी बिजली

प्रदर्शन के दौरान विद्यार्थियों ने कार्यालय में प्राचार्य और सहायक आचार्यों को कार्यालय में बंद कर बिजली काट दी। इससे तीन घंटे तक प्राचार्य व शिक्षक गण अंधेरे व गर्मी में बैठे रहे। नायब तहसीलदार की समझाइश के बाद छात्रों ने कार्यालय की बिजली शुरू की।

इनका कहना है

कॉलेज शिक्षा आयुक्तालय को कई बार दोनों सहायक आचार्य की प्रतिनियुक्ति खत्म करने के लिए लिखा जा चुका है। वैकल्पिक व्यवस्था के लिए करौली कॉलेज से माह में 6 दिन सहायक आचार्य बुलवा कर अध्यापन कराया जाता है।

डॉ.पप्पूराम कोली, प्राचार्य राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, हिण्डौनसिटी