अखिल विश्व गायत्री परिवार के तत्वावधान में रविवार को निकाली जाने वाली शिव श्रद्धा संगम कलश वाहन यात्रा के लिए मां नर्मदा का पूजन कर आने आह्वान कर गायत्री परिजन अपने साथ लाए हैं। गुरुवार सुबह 5 बजे गायत्री परिजन मां नर्मदा को आमंत्रित करने ओंकारेश्वर रवाना हुए। यहां वैदिक विधि विधान से पूजा-अर्चना कर मां नर्मदा का जल अपने साथ लेकर गायत्री शक्तिपीठ पहुंचे। गायत्री शक्ति पीठ में मां नर्मदा की तीन दिवसीय स्थापना की गई।
गुरुवार को यात्रा संयोजक अधिवक्ता देवेंद्र सिंह यादव, आनंदीलाल सोनी, पं. शैलेन्द्र पांडे, गीता यादव, मौसम गंगराड़े, पूजा गंगराड़े, विजय चौधरी, कविता चौधरी अनिल राठौर, देवा भावसार, लोकेंद्र सिंह गौड़, नानूराम मांडले, संतोष रघुवंशी का दल ओंकारेश्वर पहुंचा। जहां मां नर्मदा का आह्वान पूजन कर कलशों में नर्मदा जल भर वैदिक तरीके से पंचामृत अभिषेक किया गया। कलश पूजन आदि कर गाजे बाजे के साथ नर्मदा जल खंडवा लाया गया। नर्मदा जल और टीम की अगवानी गायत्री परिजनों ने ढोल बाजों के साथ की। इस अवसर पर डॉ. आरके सोनी, धर्मेंद्र बजाज, बलदेव मौर्य, हरीश सेन, अरुणा शर्मा, उमा सोलंकी, राजेंद्र बिल्लोरे, सतनाम सिंह होरा, संतोष खेडकऱ, जगदीश समेडिया सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे।
तीन दिवसीय पूजन कार्यक्रम होगा
प्रतिदिन सुबह शाम पूजन आरती नैवेद्य के साथ भजन कीर्तन सत्संग होंगे। जिसका प्रभारी देवा भावसार को बनाया गया है। शनिवार सुबह 6 बजे से अगले दिन 24 घंटे तक अखंड ओम नम: शिवाय का जाप एवं पार्थेश्वर पूजन होगा। रविवार सुबह 8 से 10 बजे यज्ञ हवन पश्चात 11 बजे मां नर्मदा का पूजन कर पवित्र जल सूरजकुंड ले जाया जाएगा। यहां नर्मदा जल से अभिषेक पूजन उपरांत कलश वाहन यात्रा रामेश्वर कुंड पहुंचेगी यहां जल अभिषेक उपरांत पदम कुंड और वहां से भीमकुंड पर यात्रा का समापन होगा। जहां पर धर्म सभा का भी आयोजन किया जाएगा।