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नगर निगम : कर्मचारियों को समय से नहीं मिल रहा वेतन, कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन के बाद एक घंटे में जारी हुई तनख्वाह

नगर पालिक निगम कर्मचारी संघ ने निगम में प्रदर्शन किया, अफसर नहीं मिले तो गांधी प्रतिमा पर पढ़ा आवेदन, कलेक्ट्रेट में सौंपा ज्ञापन

खंडवा

Rajesh Patel

Jul 30, 2025

नगर पालिक निगम कर्मचारी संघ ने निगम में प्रदर्शन किया, अफसर नहीं मिले तो गांधी प्रतिमा पर पढ़ा आवेदन, कलेक्ट्रेट में सौंपा ज्ञापन

कर्मचारी संघ के पदाधिकारी लामबंद हो गए

नगर निगम कर्मचारियों को समय से वेतन नहीं मिल रहा है। मंगलवार को कर्मचारी संघ के पदाधिकारी लामबंद हो गए। कर्मचारियों ने वेतन दिलाए जाने को लेकर निगम परिसर में प्रदर्शन किया। आयुक्त प्रियंका सिंह राजावत नहीं मिलीं। कार्यालय अधीक्षक को कमल रघुवंशी को आवेदन देने पहुंचे। उन्होंने भी इंकार कर दिया। कर्मचारी गांधी प्रतिमा के सामने ज्ञापन पढ़ा।

कलेक्ट्रेट में किया प्रदर्शन, सौंपा सात सूत्रीय मांगों का ज्ञापन

कलेक्ट्रेट में जिला प्रशासन को संबोधित डिप्टी कलेक्टर दीक्षा भगोरे को मांगों का सात सूत्रीय ज्ञापन देकर कहा, जून माह का लंबित वेतन जारी किया जाए। जुलाई भी बीत गई। चुंगी क्षतिपूर्ति की राशि केवल वेतन, भत्ता में उपयोग की जाए। अन्यंत्र अधिकारियों के वाहन आदि पर खर्च नहीं किया जाए। इस दौरान कर्मचारी संगठन के पदाधिकारियों ने कहा कि फिजूल खर्च पर रोक लगाई जाए। कर्मचारियों का वेतन समय से जारी किया जाए।

कर्मचारियों बोले- चुंगी का पैसा अन्यंत्र खर्च नहीं करें

कर्मचारियों ने कहा कि हर माह 2 करोड़ 60 लाख रुपए चुंगी क्षतिपूर्ति मिलती है। डेढ़ करोड़ रुपए चुंगी आई है। राजस्व वसूली भी हो रही है। 3 करोड़ 7 लाख रुपए तनख्वाह होती है। दैनिक वेतन भाेगी कर्मचारियों वेतन दिया जा चुका है। कर्मचारियों ने कहा कि दैनिक वेतन भागी कर्मचारियों की नियुक्ति पर रोक लगाई जाए। इस दौरान सभी पदाधिकारी मौजूद रहे।

ये हैं प्रमुख मांगे –

-कर्मचारियों को हर माह 10 तारीख तक वेतन जारी किया जाए।

-चुंगी क्षतिपूर्ति राशि एवं निगम मद से केवल वेतन पर खर्च की जाए।

-लंबित परिभाषित पेंशन राशि से कटोत्री उपरांत शासन स्तर पर जमा कराई जाए।

-स्थापना व्यय, अनावश्यक व्यय पर नियंत्रण किया जाए।

-अनावश्यक व्यय निगम मद, टेंट, लाइट, साउंड, डीजल, पेट्रोल, बोरिंग पंप, तथा निगम संपत्तियों के विद्युत बिलों की जांच नियंत्रण की जाए।

-अपात्रता श्रेणी के अधिकारियों पर वाहन उपयोग प्रतिबंधित कर व्यय नियंत्रण किया जाए।

-हर साल चुंगी क्षतिपूर्ति राशि में 10 प्रतिशत वृद्धि प्रस्ताव हेतु अधीनस्थ शाखा को निर्देशित करें।

वर्जन

चुंगी क्षतिपूर्ति की राशि देर से आई। इस लिए वेतन देर से जारी हुआ। वसूली तेज कराएंगे। बजट को लेकर समीक्षा कर अगले माह से समय से वेतन निर्धारण की व्यवस्था बनाई जाएगी।

प्रियंका सिंह राजावत, कमिश्नर, नगर निगम