बारिश और बाढ़ ने पंजाब को थाम लिया है। ज़मीन से लेकर आसमान तक हर जगह बस पानी ही पानी दिखाई दे रहा है। गाँव डूब गए, खेत बर्बाद हो गए और हज़ारों लोग बेघर हो गए। 23 जिलों के 1900 गांव लगभग 12 दिनों से बाढ़ की चपेट में हैं। साढ़े तीन लाख से ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं। बच्चों से लेकर बुज़ुर्ग तक सुरक्षित जगह की तलाश में हैं। कई इलाकों में लोग छतों और ऊँचे मकानों पर फंसे हुए हैं। सबसे बड़ा नुकसान किसानों को हुआ है। करीब 3.7 लाख एकड़ फसल पानी में समा चुकी है। धान और कपास की फसलें बर्बाद हो गई हैं। खेतों में सिर्फ पानी की लहरें नज़र आ रही हैं। सतलुज दरिया का पानी लुधियाना के गांव ससराली इलाके में भारी नुकसान पहुंचा रहा है। ससराली में धुस्सी बांध टूट गया, जिससे पानी तेज़ी से गांवों की तरफ बढ़ने लगा। हालात की गंभीरता को देखते हुए गुरुद्वारे से अनाउंसमेंट कर 15 गांवों के लोगों को अलर्ट किया गया। उनसे कहा गया कि वे बच्चों और पशुओं के साथ सुरक्षित स्थानों की ओर पलायन कर जाएं।