भारतीय किसान संघ मालवा प्रांत ने किसानों की समस्याओं को लेकर सोमवार जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपा है। किसान नेताओं ने कलेक्टर से कहा कि सोयाबीन, कपास और मक्का की फसल समर्थन मूल्य पर खरीदी की जाए।
रबी सीजन की बोवनी शुरू
सोयाबीन में भावांतर की बजाए समर्थन मूल्य पर तौल करें। जिससे किसान रबी सीजन की बोवनी शुरू कर सके। कपास की खरीद प्रत्येक मंडियों में शुरू की जाए। पंधाना तहसील को सूखा ग्रस्त घोषित किया जाए। जिले में बारिश से प्रभावित किसानों की फसलों का मुआवजा राशि वितरण किया जाए। रबी सीजन में किसानों के लिए पर्याप्त मात्रा में खाद, बीज की उपलब्धता की जाए। सोयाबीन की तरह मक्का, कपास और मिर्च का भी सर्वे कराया जाए। इस दौरान राधेश्याम चाचारिया, सुभाष पटेल समेत अन्य पदाधिकारी शामिल रहे।
कृषि उत्पादों के बाजार भाव को लेकर ज्ञापन दिया
केंद्रीय मंत्री कृषि विभाग को संबोधित ज्ञापन देकर प्याज, आलू, लहसुन आदि कृषि उत्पादों के बाजार भाव को लेकर ज्ञापन दिया है। किसानों की आय दो गुना नहीं हो सकी है। किसानों ने कहा कि प्याज की उपज नौ से दस रुपए किलो बिक रही है। उर्वरक 1850 रुपए में बिक रहा है। किसानों ने मांग कि प्याज, आलू, आदि का निर्यात बढ़ाकर भाव अधिक किया जाए।
एक साल से खाद नहीं मिल रही
पिपलानी साख सहकारी समिति में किसानों को एक साल से खाद नहीं मिल रही है। इस समिति में 20 करोड़ रुपए से अधिक के हिसाब में अनियमितता है। मामले की जांच चल रही है। भारतीय किसान संघ के पदाधिकारियों ने कलेक्टर को आवेदन देकर कहा है कि पिछले खरीफ सीजन में घोटाले की जांच के कारण किसानों को खाद नहीं मिल रही है। इससे उन्हें परेशानी हो रही है।