एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने माध्यमिक स्कूल सिहाड़ा में छात्रों की समस्याओं को लेकर हंगामा हुआ। छात्रों के समर्थन में पहुंचे एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने स्कूल से लेकर खंडवा-मूंदी मार्ग पर प्रदर्शन किया। एबीवीपी कार्यकर्ता स्कूल पहुंचे। बात नहीं सुनी गई तो स्कूल भवन में ताला लगा दिया। छात्र ताले के भीतर कैद रहे। इसके बाद छात्रों के साथ खंडवा-मूंदी मार्ग पर धरना शुरू कर दिया।
जांच और कार्रवाई के आश्वास पर शांत हुए छात्र
सूचना पर डीइओ पीएस सोलंकी ने एडीपीपी को भेजकर जांच कराई। समस्या मिलने पर प्राचार्य दीपक ओझा को हटा दिया है। इस दौरान देर से आने वाले शिक्षकों को नोटिस जारी कर वेतन काटने के निर्देश दिए गए हैं। कार्रवाई के आश्वासन पर करीब एक घंटे के बाद यातायात बहाल हुआ।
एबीवीपी छात्रों ने किया प्रदर्शन
सोमवार को उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के 200 से अधिक विद्यार्थी और एबीवीपी कार्यकर्ता प्राचार्य के खिलाफ खंडवा-मूंदी मार्ग पर धरने पर बैठ गए। करीब एक घंटे बाद डीइओ कार्यालय से कविता वर्मा पहुंची। छात्रों ने बताया कि माध्यमिक स्कूल सिहाड़ा में नियमित कक्षाएं नहीं लगतीं, वाटर कूलर नहीं है। स्कूल कक्ष में पंखे खराब हैं। बाहरी लोग आकर छात्राओं को परेशान करते हैं। स्कूल में कैमरे लगाने की भी जरूरत है। एबीवीपी के छात्रों ने प्राचार्य को इस समस्याओं से अवगत कराया था। एक भी कार्य पूर्ण नहीं हुआ।
प्राचार्य पर समस्या नहीं सुनने का आरोप
एबीवीपी जिला संयोजक अजय बंजारे का आरोप है कि सोमवार को प्राचार्य को ज्ञापन देने पहुंचे तो उन्होंने ज्ञापन नहीं लिया। इससे छात्र भड़क गए। कार्यकर्ताओं ने स्कूल भवन में बाहर से ताला लगा दिया। शिक्षक बंद रहे। कार्यकर्ताओं ने विद्यार्थियों को साथ स्कूल के गेट पर धरना दिया। इसके बाद खंडवा-मूंदी मार्ग पर बैठकर धरना शुरू कर दिया।
देर से आने वाले शिक्षकों को नोटिस
एबीवीपी जिला संयोजक ने बताया कि प्राचार्य दीपक ओझा और प्रभारी प्राचार्य सरिता राठौर हटाने की कार्रवाई का आश्वासन दिया गया। उनकी जगह महेंद्र पालीवाल को प्रभार देने का नोटिस और प्रभारी प्राचार्य सरिता राठौर को शाला में देर से आने पर वेतन काटने का निर्देश दिया गया गया है।
पीएस सोेलंकी, जिला शिक्षा अधिकारी : एडीपीसी को भेजकर जांच कराई गई। रिपोर्ट के आधार पर प्राचार्य को हटाने की कार्रवाई प्रस्तावित की गई है। देर से आने वाले शिक्षकों के वेतन काटने के निर्देश दिए गए हैं। स्कूल में व्यवस्थाओं का सुधार किया गया है।