Jagdalpur News: शासन व प्रशासन अंतिम व्यक्ति तक अपनी योजनाओं को पहुंचाने का लाख दावा कर लें लेकिन इनकी जमीनी हकीकत कुछ और ही है। बस्तर में आज भी कई इलाके ऐसे हैं जहां आज शासन प्रशासन नहीं पहुंच पाया है। यही वजह है कि यहां के लोगों को आज भी आपातकालीन सुविधाओं के लिए एंबूलेंस सेवा तक नहीं पहुंच पाती। गांव वालों को साढ़े 4 किमी दूर तक मरीजों को खाट पर लेटाकर ले जाना पड़ता है। तब जाकर किसी तरह उनकी जान बच पाती है।
पिछले दिनों भी बस्तर के चितालगुर पंचायत के आश्रित ग्राम गुडिय़ापदर में एक गर्भवती महिला का मिसकैरेज (गर्भपात) हो गया। रात के गाढ़े अंधेरे में परिजनों को कोई चारा नजर नहीं आया। उन्होंने महिला को खाट पर लिटाकर साढ़े चार किलोमीटर का जंगल, नदी-नाले पार किया, ताकि चितालगुर पहुंच सकें। वहां से एंबुलेंस की मदद से पीड़िता को जगदलपुर मेडिकल कॉलेज पहुंचाया गया, जहां उसे भर्ती कराया गया।