(आज का पंचांग – रविवार, 27 जुलाई, 2025)
विक्रम संवत् – 2082
संवत्सर नाम – सिद्धार्थ
शक संवत् – 1947
हिजरी सन् – 1447
मु. मास – 1 सफ़र प्रारम्भ
अयन – दक्षिणायन
ऋतु – वर्षा ऋतु
मास – श्रावण
पक्ष – शुक्ल
श्रेष्ठ चौघड़िये – आज दिन में चर, लाभ, अमृत के चौघड़िये क्रमशः 7:03 से 12:33 तक रहेंगे। शुभ का चौघड़िया 2:13 से 3:54 तक रहेगा। इन चौघड़ियों में शुभ कार्य प्रारम्भ किए जा सकते हैं।
तिथि – तृतिया तिथि रात्रि 10:42 तक होगी तदुपरान्त चतुर्थी तिथि होगी।
दिशा शूल – आज पश्चिम दिशा में दिशा शूल रहेगा। इसलिए आज पश्चिम दिशा में यात्रा नहीं करनी चाहिए।
राहु काल वेला – (मध्यमान से) दिन 4:30 से 6:00 तक
नक्षत्र – मघा नक्षत्र दिन 4:23 तक होगा तदुपरान्त पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र होगा।
योग – वरियान योग प्रातः 3:13 तक होगा तदुपरान्त परिघ योग रहेग।
करण – तैतिल करण दिन 10:42 तक तदुपरान्त गर करण रहेगा।
विशिष्ट योग – यमधंट योग सूर्योदय से सायं 4:23 तक, राजयोग सायं 4:23 से रात 10:42 तक, रवियोग सायं 4:23 से,
व्रत / दिवस विशेष – मधुश्रवा तीज, मेला तीज जयपुर (राज.), लघु तृतीया व्रत, श्री सेवक जयंती, सफर मु.मास 2 प्रारंभ, गंडमूल सायं 4:23 तक,
चन्द्रमा – आज सम्पूर्ण दिन रात्रि सिंह राशि में होगा।
आज जन्म लेने वाले बच्चे – आज जन्म लेने वाले बच्चों की राशि सिंह होगी। आज दिन 4:23 तक मघा नक्षत्र तदुपरान्त पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र होगा। आज जन्मे बच्चों का रजत पाद होगा। आज जन्म लेने वाले बच्चों के प्रथम नामाक्षर मू, में, मो, टा, टी पर रखे जा सकते हैं।
सिंह राशि के स्वामी सूर्य है। इस राशि के बच्चे निडर, साहसी, दयालु, ऐश्वर्यशाली, शत्रुहन्ता होते हैं। ये अग्नि तत्व की राशि हैं, जिससे इनको गुस्सा जल्दी आ जाता हैं। परंतु नर्म भी जल्दी हो जाते हैं। ये पराक्रमी व बुद्धिमान, उधमी, कर्मठ, निड़र, स्वतंत्र विचारों वाले होते हैं और बड़े काम से घबराते नहीं हैं। शीघ्र उत्तेजित हो जाने की प्रकृति होने पर भी अपने बुद्धि-चातुर्य से स्थिति को संभाल लेने वाला होता हैं।
पंडित मुकेश भारद्वाज, ज्योतिर्विद व वास्तुविद्