burhanpur news:शहर के बड़े मूर्तिकारों के कारखानों पर प्रशासनिक अफसरों की टीम ने जांच की। पीओपी से निर्मित 10 फीट से ऊंची प्रतिमाएं देखकर अफसर भी हैरान रह गए। 5 कारखानों पर जांच के बाद मूर्तिकारों में हडक़ंप मच गया। अफसरों के पहुंचने से पहले ही कुछ मूर्तिकार कारखाने पर ताले लगाकर निकल गए। प्रतिबंधित आदेश का पालन नहीं करने पर कारखानों की जमीन के दस्तावेज एवं अनुमतियों की जांच के बाद सील करने की कार्रवाई की जाएगी। प्रशासन इस बार कितना सख्त होता है यह आगे पता चलेगा।
शनिवार दोपहर 3 बजे अपर कलेक्टर वीरसिंह चौहान, एसडीएम पल्लवी पुराणिक ने तहसीलदार, पटवारी के साथ बोहरड़ा रोड, छोटी रेणुका, ताप्ती पुलिया के पास मूर्तिकारों के बड़े कारखानों पर जांच की। सभी जगहों पर पीओपी से ही मूर्तियां तैयार हो रही थी। 10 फीट से अधिक ऊंची मूर्तियां देखकर अफसरों ने मूर्तिकारों से जवाब मांगा। जमीन के दस्तावेज एवं अनुमति दिखाने के लिए कहा तो किसी ने भी मौके पर अफसरों को अनुमति नहीं दिखाई। जबकि अधिकांश कारखाने डायवर्शन एवं कृषि भूमियों पर ही मिले। प्रशासन की टीम ने मौके पर कोई कार्रवाई नहीं की, लेकिन तहसीलदार को नोटिस जारी कर सील करने के निर्देश दिए गए। राजनीतिक संरक्षण के चलते हर बार प्रशासन के आदेश हवा हो जाते हैं।
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