नगर निगम, भिलाई के अधिकारी अंतिम संस्कार के काम में भी कमीशन की मांग कर रहे हैं। ठेका एजेंसी को इसके लिए दबाव बनाया जा रहा है। यही वजह है कि उसकी फाइल को तैयार करने में जिम्मेदार अधिकारी रुचि नहीं ले रहे हैं। इसकी लिखित शिकायत एजेंसी के संचालक ने नगर निगम, भिलाई के आयुक्त को दिया है।
श्रीसांई एसोसिएट्स के संचालक हेमंत सिंह ने भिलाई निगम के आयुक्त को पत्र लिखा है कि उनकी संस्था जोन 2 मुक्तिधाम में विद्युत शवदाह मशीन स्थापना व संचालन का काम कर रही है। तीन साल का संचालन उनको करना है।
संचालक ने लिखा है कि उसे दुख के साथ यह बताना पड़ रहा है कि दो साल से संचालन का भुगतान नहीं किया गया है। जोन 2 के अभियंताओं ने उसकी फाइल नहीं बनाया है। मांग करने पर अनर्गल शर्तों की बातें की जा रही है।
निगम के अभियंताओं ने संस्था पर मौखिक तौर पर कमीशन के लिए दबाव बनाया जा रहा है। संस्था के संचालक ने आयुक्त को पत्र में बताया कि मानव सेवा के इस काम में भी स्वार्थ की अपेक्षा की जा रही है। संस्था उनको नहीं दे पा रही है। एजेंसी को हर तीन माह में करीब 39 हजार रुपए का भुगतान किया जाना है। यह राशि नहीं दी जा रही है।
ठेका एजेंसी ने रामनगर मुक्तिधाम में 48 लाख में विद्युत शवदाह गृह के लिए मशीन लगाया। वह मशीन 7 माह तक चालू थी, इसके बाद थ्री फेस कनेक्शन की वजह से एक फेस बंद होने पर उसका गेट खुल जाता था। इस दौरान करीब दर्जनभर शव का इसमें अंतिम संस्कार किया गया। इस मशीन को लगाने का मकसद पर्यावरण को प्रदूषण से मुक्त करना था।
रामनगर मुक्तिधाम में विद्युत शवदाह गृह को 5 जनवरी 2023 को शुरू किया गया था। निगम के अधिकारियों के मौजूदगी में 84 साल के बुजुर्ग का अंतिम संस्कार किए थे। इसके बाद करीब 13 शव का अंतिम संस्कार इसमें किया गया। अगस्त में शव भीतर जाने के बाद गेट बंद होने के मामले में कुछ गड़बड़ी हुई। तब से उसका उपयोग बंद किए थे।
ठेका एजेंसी ने 11 अप्रैल 2024 को मशीन को मेनवल किया। इस तरह से मशीन फिर से काम करने लगी। इस दिन एक शव का अंतिम संस्कार भी किया गया। इस तरह से फिर एक बार विद्युत शवदाह गृह मशीन काम करने लगी है।