भिलाई नगर, गौठान Gauthan में गाय व उनके बच्चों को रखा गया है। करीब 300 गाय व बच्चे यहां पर है। इनके लिए चारा का ठेका नहीं हुआ है। दूसरे गौठान नेहरू नगर से चारा भिलाई नगर के गौठान को भेज रहे हैं। एक स्थान से चारा कटौती कर दूसरे जगह के मवेशियों को भूखे रखा जा रहा है। निगम गौठान के मवेशियों पर लाखों खर्च करने का दावा कर रहा है। वहीं मवेशियों को समाजसेवियों की ओर से भेजे गए चारे के पीछे भागते देखा जा सकता है। यहां बहुत से मवेशियों की हालत खराब होते जा रही है। हर माह गौठान में मवेशियों की मौत हो रही है। सब इस पर खामोश हैं।
नजर आ गई भूख की शिद्दत
बिना चारा और पानी hungry and thirsty के मवेशियों की हालत खराब होती देख जिला के कुछ समाजसेवी मदद भी कर रहे हैं। यहां काम करने वाले एक कर्मी की मौत होने की वजह से गुरुवार को कोई काम पर आया ही नहीं था। चंदखुरी के समाजसेवी आलोक चंद्राकर ने जब एक आटो चारा भेजा, तो उस आटो के पीछे सारे मवेशी दौडऩे लगे। इससे उनके भूख की शिद्दत नजर आ रही थी।
हर दिन दो चिकित्सकों की लगाई जा सकती है ड्यूटी
गौठान में मवेशियों की मौत हो रही है। जिला में पशु चिकित्सकों की फौज है। मोटी तनख्वाह उठा रहे हैं। बदले में इनमें से दो लोगों की ड्यूटी हर दिन लगाई जानी चाहिए। जिससे गायों की सेहत पर नजर रखा जा सके।
दिया जा रहा है पानी और चारा
अजय कुमार शुक्ला, प्रभारी अधिकारी जनसंपर्क विभाग, निगम, भिलाई ने बताया कि गौठानों में मवेशियों को चारा और पानी दिया जा रहा है। चिकित्सक भी आते हैं। भिलाई नगर के गौठान के चारा का टेंडर नहीं हुआ है, उसे दूसरे गौठान से लाकर दिया जा रहा है।
चारा पर हर माह 2 लाख खर्च
भिलाई नगर स्टेशन गौठान और बस डिपो के बाड़े में रखे गए मवेशियों पर नगर निगम चारा के नाम पर हर माह 2 लाख खर्च कर रहा है। यह हकीकत में खर्च किया जा रहा है या नहीं। यह जांच का विषय है। 5 गाड़ी चारा हर माह लाया जा रहा है, प्रति केजी 10 रुपए 60 पैसे की दर से लिया जा रहा है। इसमें चारा लाने और लेकर जाने का खर्च भी शामिल है। https://www.patrika.com/bhilai-news/high-court-provide-basic-facilities-by-renewing-the-lease-of-the-beneficiaries-19121652