Patrika LogoSwitch to English
मेरी खबर

मेरी खबर

शॉर्ट्स

शॉर्ट्स

ई-पेपर

ई-पेपर

धर्म/ज्योतिष

आज का पंचांग, रविवार, 7 सितम्बर, 2025, तिथि, श्रेष्ठ चौघड़िए, Rajasthan Patrika

रविवार, 7 सितम्बर, 2025, : आज के पंचांग में जानिए आज का श्रेष्ठ चौघड़िया, तिथि, दिशा शूल, राहु काल वेला, नक्षत्र, योग, करण, व्रत / दिवस विशेष, चन्द्रमा, ग्रह का राशि /नक्षत्र परिवर्तन। आइए, पंडित मुकेश भारद्वाज, ज्योतिर्विद व वास्तुविद् से जानते हैं आज का पंचांग।

भारत

Kamlesh Kholiya

Sep 07, 2025

(आज का पंचांग – रविवार, 7 सितम्बर, 2025)

विक्रम संवत् – 2082
संवत्सर नाम – सिद्धार्थ
शक संवत् – 1947
हिजरी सन् – 1447
मु. मास – 14 रवि उल अव्वल
अयन – दक्षिणायन
ऋतु – शरद् ऋतु
मास – भाद्रपद
पक्ष – शुक्ल

श्रेष्ठ चौघड़िये – आज दिन में चर, लाभ, अमृत के चौघड़िये क्रमशः 7:46 से 12:25 तक रहेंगे। शुभ का चौघड़िया 1:58 से 3:31 तक रहेगा। इन चौघड़ियों में शुभ कार्य प्रारम्भ किए जा सकते हैं।

तिथि – पूर्णिमा तिथि रात्रि 11:29 तक होगी तदुपरान्त प्रतिपदा तिथि होगी।

दिशा शूल – आज पश्चिम दिशा में दिशा शूल रहेगा। इसलिए आज पश्चिम दिशा में यात्रा नहीं करनी चाहिए।

राहु काल वेला – (मध्यमान से) दिन 4:30 से 6:00 तक

नक्षत्र – शतभिषा नक्षत्र रात्रि 9:41 तक रहेगा तदुपरान्त पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र होगा।
योग – सुकर्मा योग दिन 9:22 तक रहेगा तदुपरान्त धृति योग रहेगा।
करण – विष्टि करण दिन 12:40 तक तदुपरान्त बव करण रहेगा।

व्रत / दिवस विशेष – भद्रा दिन 12:40 तक, सत्यपूर्णिमा व्रत, सिंजा माता पूजन प्रारंभ (कुमारियों का), गोत्रिरात्रि व्रत समाप्त, पंचक, गुरु अमरदास पुण्य दिवस (प्राचीन मत से), मेला गोगा मेड़ी हनुमानगढ़ पूर्ण, बाबा मालकेत (लोहार्गल) 24 कोस परिक्रमा पूर्ण, संन्यासियों का चातुर्मास पूर्ण, इन्द्र गोविन्द पूजा (उड़ीसा), पूर्णिमा व पौष्ठपदी श्राद्ध ग्रहण सूतक होने से अपक्वान्न (बिना पके अन्न) से श्राद्ध निकालें, खग्रास चन्द्रग्रहण सम्पूर्ण भारत में दृश्य,

चन्द्रमा – आज सम्पूर्ण दिन रात्रि कुम्भ राशि में होगा।

आज जन्म लेने वाले बच्चे – आज जन्म लेने वाले बच्चों की राशि कुम्भ होगी। आज रात्रि 9:41 तक तक शतभिषा नक्षत्र होगा तदुपरान्त पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र होगा। आज रात्रि 9:41 तक जन्मे बच्चों का ताम्र पाद होगा तदुपरान्त लौह पाद होगा। आज जन्म लेने वाले बच्चों के प्रथम नामाक्षर सा, सी, उ, से, सो पर रखे जा सकते हैं।

कुम्भ का स्वामी भी शानि हैं। इनका स्वभाव दयावान, निस्वार्थ, स्वतंत्रताप्रिय, कल्पना शील और देश-विदेश घूमने के शौकीन होते हैं। ये लोग सेल्समेन, वकील व जज होते हैं। ये जातक उच्चाधिकारी, उच्चपदासीन, क्रय-विक्रय, प्रोफेसर, जज-वकील, उच्चपदवी या धनी व्यापारी होते हैं। ये जातक बुद्धिमान, साधन-सम्पन्न, तीव्र स्मरण-शक्ति एवं गंभीर प्रकृति वाले होते हैं। ये जातक दुसरो के प्रति दयाभाव रखने वाला, परोपकारी एवं निस्वार्थ भाव से सेवा करने में तत्प्रर होते हैं।

पंडित मुकेश भारद्वाज, ज्योतिर्विद व वास्तुविद्

पत्रिका कनेक्ट