🌟(आज का पंचांग – शुक्रवार, 31 अक्टूबर, 2025)🌟
विक्रम संवत् – 2082
संवत्सर नाम – सिद्धार्थ
शक संवत् – 1947
हिजरी सन् – 1447
मु. मास – 8 जमादि उल अव्वल
अयन – दक्षिणायन
ऋतु – हेमंत ऋतु
मास – कार्तिक
पक्ष – शुक्ल
श्रेष्ठ चौघड़िये – आज चर, लाभ, अमृत के चौघड़िये क्रमशः सूर्योदय से 10:48 तक रहेंगे। शुभ का चौघड़िया 12:10 से 1:33 तक रहेगा। चर का चौघड़िया 4:19 से सूर्यास्त तक रहेगा। इन चौघड़ियों में शुभ कार्य प्रारम्भ किए जा सकते हैं।
तिथि – नवमी तिथि दिन 10:04 तक तदुपरान्त दशमी तिथि होगी।
दिशा शूल – आज पश्चिम दिशा में दिशा शूल रहेगा। इसलिए आज पश्चिम दिशा में यात्रा नहीं करनी चाहिए।
राहु काल वेला – (मध्यमान से) दिन 10:30 से 12:00 तक रहेगा।
नक्षत्र – धनिष्ठा नक्षत्र सायं 6:51 तक तदुपरान्त शतभिषा नक्षत्र रहेगा।
योग – वृद्धि योग रहेगा प्रातः 4:32 तक रहेगा तदुपरान्त ध्रुव योग रहेगा।
करण – कौलव करण दिन 10:04 तक तदुपरान्त तैतिल करण रहेगा।
विशिष्ट योग – महापात योग दिन 9:35 से दिन 1:47 तक, रवियोग संपूर्ण दिन रात्रि,
व्रत / दिवस विशेष – आंवला नवमी, श्री हरि जयंती, कृत युगादि, मथुरा प्रदक्षिणा, पंचक प्रारम्भ प्रातः 6:48 से, सरदार वल्लभ भाई पटेल जयंती, संकल्प दिवस, इन्दिरा गांधी पुण्य दिवस, जगधात्री पूजा (बं.),
चन्द्रमा – आज प्रातः 6:48 तक मकर राशि में होगा तदुपरान्त कुम्भ राशि में प्रवेश होगा।
आज जन्म लेने वाले बच्चे – आज प्रातः 6:48 तक जन्म लेने वाले बच्चों की राशि मकर होगी तदुपरान्त कुम्भ राशि होगी। आज जन्म लेने वाले बच्चों का सायं 6:51 तक धनिष्ठा नक्षत्र होगा तदुपरान्त शतभिषा नक्षत्र रहेगा। आज जन्मे बच्चों का ताम्र पाद होगा। आज जन्म लेने वाले बच्चों के प्रथम नामाक्षर गी, गु, गे, गो, सा पर रखे जा सकते हैं।
मकर राशि के स्वामी शनि देव हैं। ये राशि शांत स्वभाव की धैर्यवान व सहनशील होती हैं। परंतु ये लोभी भी होते हैं। इनका व्यवहार गहन विचार करने वाला व क्षमाशील होता हैं। ये लोग अच्छे व्यापारी होते हैं। अधिकतर तोल-मोल कर बात करते हैं। और एकांतप्रिय, तपस्या व तप पसंद करते हैं। ऐसे जातक गंभीर, भावुक, संवेदनशील, उच्चाभिलाषी, सेवाधर्मी, मननशील एवं धार्मिक प्रवृत्ति वाले होते हैं।
कुम्भ का स्वामी भी शानि हैं। इनका स्वभाव दयावान, निस्वार्थ, स्वतंत्रताप्रिय, कल्पना शील और देश-विदेश घूमने के शौकीन होते हैं। ये लोग सेल्समेन, वकील व जज होते हैं। ये जातक उच्चाधिकारी, उच्चपदासीन, क्रय-विक्रय, प्रोफेसर, जज-वकील, उच्चपदवी या धनी व्यापारी होते हैं। ये जातक बुद्धिमान, साधन-सम्पन्न, तीव्र स्मरण-शक्ति एवं गंभीर प्रकृति वाले होते हैं।
✍️ पंडित मुकेश भारद्वाज, ज्योतिर्विद व वास्तुविद्