अहमदाबाद. राजस्थान से विदेशी शराब से भरा ट्रक, टैंकर लाने पर गुजरात में पुलिस की ओर से उसे न पकड़ने के लिए 15 लाख रुपए की रिश्वत लेने का मामला सामने आया है। इस आरोप में स्टेट मॉनीटरिंग सेल (एसएमसी) के हेड कांस्टेबल साजण वसारा को ही एसएमसी ने पकड़ा है।
इस मामले की जांच करते हुए खुद एसएमसी की टीम ने शुक्रवार को वसरा को गिरफ्तार कर लिया। इसकी लिप्तता सामने आने पर डीजीपी की ओर से इसे निलंबित कर दिया गया है। इसके साथ ही इसे एसएमसी से मुक्त करते हुए इसके मूल कैडर देवभूमि द्वारका जिले में भेज दिया है। आगे की कार्रवाई के लिए इसे वडोदरा पुलिस को सौंप दिया है।
एसएमसी के तहत 19 जुुलाई को भरुच-वडोदरा हाईवे पर वडोदरा तहसील के सांपा गांव से एसएमसी की टीम ने एक शराब से भरे गैस कैप्सूल टैंकर को पकड़ा था। इसमें 1.73 करोड़ की शराब सहित 1.88 करोड़ का मुद्दामाल था। पकड़े फगलूराम जाट की पूछताछ में दो और अनिल जाट और मनीष भाईजी का नाम खुला। जांच में पता चला कि इस टैंकर को नहीं पकड़ने के लिए बुटलेगर अनिल जाट से 15 लाख रुपए मांगे गए थे। ये राशि उसने दे भी दी थी। जांच की तो पता चला कि इस राशि को गांधीनगर की आंगडिया से ले लिया है और 10 लाख का आंगडिया जूनागढ़ में राकेश नाम के व्यक्ति के लिए किया है। जांच में एसएमसी के हेड कांस्टेबल साजण की इस राशि को लेने में लिप्तता सामने आई। जिससे इसे गिरफ्तार कर लिया है। इसकी राजस्थान के सीकर निवासी बुटलेगर अनिल उर्फ पांडिया जाट के साथ लिप्तता और पांच वॉइस कॉल रेकॉर्डिंग भी मिली हैं। अनिल के विरुद्ध गुजसीटोक के तहत एफआईआर दर्ज की गई है।