उत्तर प्रदेश के इटावा में हुए दर्दनाक हादसे में भैंस चुराकर भाग रहे दो चोरों की दर्दनाक मौत हो गई। जबकि दो अन्य घायल हो गए। मृतक में दोनों सगे भाई थे। घायल और मृतक सभी कासगंज के रहने वाले हैं। मृतकों में एक के खिलाफ 17 मुकदमे दर्ज हैं। एसएसपी ने घटना का खुलासा करते हुए बताया कि पकड़े गए अभियुक्तों को अदालत में पेश किया जा रहा है। जबकि शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। चोरों ने भैंस चोरी के दौरान ग्रामीण पर फायरिंग और पथराव भी किया था। घटना सैफई थाना क्षेत्र की है।
एसएसपी संजय कुमार वर्मा ने बताया कि पुलिस गस्त कर रही थी। इसी दौरान जानकारी मिली कि हैवरा बाईपास के पास दुर्घटना हो गया है। दो वाहन आपस में टकरा गए हैं। यह जानकारी मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने देखा कि टाटा 407 एक ट्रक से टकरा गया है। जिसमें दो भैंसे बंधी हुई हैं। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि ड्राइवर और कंडक्टर की मौके पर ही मौत हो गई थी। दोनों के शव बुरी तरह दुर्घटनाग्रस्त वाहन में फंस गए थे। टाटा 407 के पीछे दो व्यक्ति बैठे थे। पूछताछ के दौरान घटनाक्रम की जानकारी दी।
सभी कासगंज के रहने वाले
पकड़े गए अभियुक्त राजू पुत्र लालाराम और नौशाद पुत्र छवि नदरई, कासगंज के रहने वाले हैं। उन्होंने बताया कि वह लोग भैंस चोरी का काम करते हैं। आज भी भैंस चोरी करके भाग रहे थे। इसी बीच भैंस का मालिक जग गया। रास्ते से हटाने के लिए उस पर फायरिंग भी की गई। इसी बीच ग्रामीण भी जग गए। जिन पर पतराव करते हुए वह भाग निकले।
मृतकों में एक के खिलाफ 17 मुकदमे
पुलिस की पूछताछ में जानकारी मिली कि मृतकों में बदरू और शौकत अली उर्फ बल्ली पुत्रगण रहमत नदरई थाना कोतवाली कासगंज के रहने वाले थे। शौकत अली के खिलाफ आगरा, एटा, कासगंज, फिरोजाबाद, गौतम बुध नगर के थाना में 17 मुकदमे दर्ज हैं। गिरफ्तार करने वाली टीम में प्रभारी निरीक्षक बलराम मिश्रा, उप निरीक्षक नितिन कुमार और उनकी टीम के सिपाही शामिल थे।
Published on:
10 Jun 2024 07:48 pm