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Diwali : दीपावली पर चांदी की मांग ज्यादा है। इसे लेकर बाजार में मिलावट और नकली सिक्कों का खतरा भी बढ़ गया। सर्राफा कारोबारियों के मुताबिक, अहमदाबाद और मुंबई से चांदी के सिक्के आते हैं। कुछ फर्म बिना शुद्धता की जांच के बाजार में बेच रही है। उपभोक्ताओं को सजग रहने की जरूरत है, क्योंकि नकली सिक्के असली जैसी चमक और वजन के साथ आसानी से भ्रमित कर सकते हैं। बाजार में कुछ व्यापारी ऐसे सिक्के बेच रहे हैं, जो बाहर से पूरी तरह असली लगते हैं, पर उनकी धातु में अन्य धातुओं का मिश्रण होता है।
नकली सिक्के असली सिक्कों से थोड़े हल्के होते हैं, पर आम उपभोक्ता वजन या चमक से पहचान नहीं कर पाते। इन सिक्कों पर फर्जी ट्रेडमार्क या काल्पनिक ज्वेलर्स के नाम छपे हो सकते हैं। कई बार ये सिक्के आकर्षक पैकिंग में ऑनलाइन प्लेटफार्म पर भी बेचे जा रहे हैं।
1- अधिकृत दुकानों से ही चांदी की खरीद करें।
2- सिक्कों पर हॉलमार्क निशान अवश्य देखें।
3- शॉप का पक्का बिल अवश्य लेना चाहिए।
4- ऑनलाइन सस्ते ऑफर से बचना चाहिए।
5- बड़ी खरीद पर लैब टेस्ट रिपोर्ट मांगें।
सर्राफा एसोसिएशन के अनुसार स्थानीय भाव इस प्रकार रहे।
1- चांदी टंच (प्रति किलोग्राम) 171550।
2- चांदी चौरस 170200।
3- सोना स्टैंडर्ड (999) 132000।
4- सोना जेवराती (23 कैरेट) 126720।
5- सोना (22 कैरेट) 121440 रुपए । (जीएसटी समेत)।
पिछले चार साल से उदयपुर सर्राफा एसोसिएशन ने एक विशेष अभियान चला रखा है। इसके तहत एसोसिएशन की ओर से शुद्धता की गारंटी वाले हॉलमार्क सिक्के जारी किए जाते हैं। इन सिक्कों पर विशेष कोड और एसोसिएशन का लोगो अंकित रहता है। ये सिक्के बीआइएस प्रमाणित लैब में टेस्टेड होते हैं। इस पहल से शहर में नकली सिक्कों की बिक्री पर कुछ हद तक अंकुश लगा है।
त्योहारी सीजन में चांदी के सिक्कों की मांग बढ़ने पर कई बार बाहरी एजेंसियां नकली सिक्के बाजार में भेज देती है। हमने चार साल पहले शुद्धता अभियान शुरू किया था, जिससे उपभोक्ताओं को असली सिक्के की पहचान और भरोसा दोनों मिला है। हमारा उद्देश्य है कि हर घर में असली और मानक वाला सिक्का पहुंचे।
यशवंत आंचलिया, अध्यक्ष, सर्राफा एसोसिएशन
इस बार चांदी में निवेश की प्रवृत्ति बढ़ी है। लेकिन, नकली सिक्कों के चलते निवेशक को नुकसान हो सकता है। सभी को साक्ष्य के साथ खरीद करनी चाहिए। कोई अगर सस्ता बेच रहा है तो संदेह जताकर समझदारी रखनी होगी। पक्का बिल अवश्य लें, जिस पर यह लिखा गया हो कि दिया गया सिक्का शुद्ध है।
इंद्र सिंह मेहता, संरक्षक, राजस्थान सर्राफा संघ
धनतेरस के मौके पर शुभता के लिए चांदी के सिक्के और छोटे आइटम खूब खरीदे जाते हैं। निवेश के लिहाज से भी चांदी की खपत लगातार बढ़ रही है। हम हमेशा ही ग्राहकों के भरोसे पर खरा उतरे हैं। जहां कहीं से खरीद कर रहे हैं, उसके प्रति आपका कितना भरोसा है, यह बात मायने रखती है। धोखे से बचना चाहिए।
महेंद्र सोजतिया, सर्राफा व्यवसायी
Published on:
18 Oct 2025 11:46 am
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