17 अगस्त 2025,

रविवार

Patrika LogoSwitch to English
मेरी खबर

मेरी खबर

शॉर्ट्स

शॉर्ट्स

ई-पेपर

ई-पेपर

जयपुर से लगभग 250 किमी दूर स्थित सादलपुर के पास दत्तखेड़ा (ददरेवा) में गोगादेवजी का जन्म स्थान है। दत्तखेड़ा चुरू के अंतर्गत आता है। गोगादेव की जन्मभूमि पर आज भी उनके घोड़े का अस्तबल है और सैकड़ों वर्ष बीत गए, लेकिन उनके घोड़े की रकाब अभी भी वहीं पर विद्यमान है। यहां जन्म स्थान पर गुरु गोरक्षनाथ का आश्रम भी है और वहीं है गोगादेव की घोड़े पर सवार मूर्ति। भक्तजन इस स्थान पर कीर्तन करते हुए आते हैं और जन्म स्थान पर बने मंदिर पर मत्‍था टेककर मन्नत मांगते हैं। आज भी सर्पदंश से मुक्ति के लिए गोगाजी की पूजा की जाती है।

भारत में कहां हैं मुरुगन के धाम, जानिए सबसे पहले दक्षिण में कहां पहुंचे थे कार्तिकेय

मंदिर

Thiruparankundram temple of kartikeya

Title ImageLakshmi Temple: दिवाली पर घर बैठे करिए मां लक्ष्मी के 10 मंदिरों के दर्शन, कट जाएंगे सारे कष्ट

मंदिर

famous goddess Lakshmi temple

मंदिर


durga puja 2017 दो करोड़ के हीरे जड़ित नथ पहनती हैं ये माता, 8 करोड़ के गहनों से होता है शृंगार

जबलपुर

2017 navratri, navratri song, navratri in 2017, navratri song 2017, dj navratri song, durga puja 2017, durga puja song, kolkata durga puja, durga puja in 2017, durga puja pandal, Navratri, colour, Bhakti, Diwali, Dussehra

जबलपुर