केसी घाट मथुरा के वृदांवन में बड़ा ही प्रसिदृध है। यहां पर भगवान कृष्ण ने केसी नामक दैत्य का संहार किया था। यमुना के किनारे चीरघाट से कुछ पूर्व दिशा में केसी घाट है। इस घाट के बारे में कई कथाएं और भी प्रचलित हैं। बताते हैं कि सखा मधुमंगल ने हँसते हुए श्रीकृष्ण से कहा-प्यारे सखा! यदि तुम अपना मोरमुकुट, मधुर मुरलिया और पीतवस्त्र मुझे दे दो तो सभी गोप-गोपियाँ मुझे ही प्यार करेंगी तथा रसीले लड्डू मुझे ही खिलाएँगी। केसी वध के पश्चात् वह सहमा हुआ तथा लज्जित होता हुआ कृष्ण के पास गया तथा उनकी मुरली, मयूरमुकुट, पीताम्बर लौटाते हुए बोला- मुझे लड्डू नहीं चाहिए। प्राण बचे तो लाखों पाये। ग्वाल-बाल हँसने लगे।