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<strong>वाराणसी.</strong> भारत माता मंदिर का निर्माण शिवप्रसाद गुप्त द्वारा करवाया गया था। यह मंदिर महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ परिसर में स्थित है। कहा जाता है कि 1936 के शारदीय नवरात्र में महात्मा गांधी ने पहले दर्शक के रूप में इस मंदिर का अवलोकन किया। जिसके बाद राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के ही हाथों 1936 में इसका उद्घाटन किया गया। इस मंदिर की खास बात यह है कि मंदिर में किसी देवी-देवता की मूर्ति स्थापित नहीं है। केवल भारत का भू मानचित्र है, जो संगमरमर के टुकड़ो पर उकेरा गया है। इस भूमि की पूर्व से पश्चिम तक लम्बाई 32 फुट दो इंच और उत्तर से दक्षिण तक 30 फुट दो इंच है। इसमें 762 चौकोर एक इंच वर्ग के मकराना के श्वेत पत्थर काटकर लगे हैं। इसमें हिमालय पर्वत की चोटियां एवं समुद्र दिखाया गया है। भारत भूमि के उत्तर में तिब्बत, तुर्किस्तान, पूर्व में ब्रह्मा मलम एवं चीन की दीवार का थोड़ा अंश दिखाया गया है। दक्षिण में बंगाल की खाड़ी एवं अन्य भाग भी दिखाया गया है।

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