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स्कूल बिल्डिंग में सीसीटीवी कैमरे नहीं, पुलिस ने जुटाए साक्ष्य

- पुलिस अ​धिकारियों ने डाला डेरा, स्कूल कैम्पस में बच्ची से ज्यादती का मामला

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श्रीगंगानगर. मीरा चौक से चंद कदम दूरी पर िस्थत महात्मा गांधी मिडिल स्कूल में साढ़े पांच साल की बच्ची के साथ हुई ज्यादती मामले की जांच करने के लिए रविवार को पुलिस के आला अफसरों की टीम पहुंची। इस सरकारी स्कूल की नई लग्जरी बिल्डिंग में सीसीटीवी कैमरे नहीं थे। पुलिस की मोबाइल अन्वेषण यूनिट टीम ने इस स्कूल परिसर में घटना स्थल से साक्ष्य जुटाए। वहीं स्कूल स्टाफ से पूरे घटनाक्रम के बारे में पूछताछ की। त्वरित अनुसंधान सैल के एडिशनल एसपी रामेश्वरलाल, जवाहरनगर सीआई देर्वन्द्र सिंह, महिला थानाधिकारी सुमन राजपाल आदि ने इस पूरे घटना स्थल का स्कैन कर वहां हुए घटनाक्रम को बारीकी से जांचा। इस स्कूल परिसर में शनिवार दोपहर में इस बच्ची के साथ हुई शर्मनाक घटना के बाद जवाहरनगर पुलिस ने मामला दर्ज किया। वहीं पीडि़त बच्ची को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उसका मेडिकल बोर्ड से मेिउकल किया गया। इसकी रिपोर्ट पुलिस अधिकारियों को दी गई लेकिन इन अधिकारियों ने इसका खुलासा नहीं किया है। विदित रहे कि यह स्कूल पहले चहल चौक के पास संचालित होता था लेकिन वहां भूमि का विवाद होने के कारण उसे मीरा मार्ग के पास शिफ़्ट कर दिया गया था।
परिजन बोले, पांच छात्रों ने की थी यह करतूत
पुलिस जांच टीम जब स्कूल कैम्पस पहुंची तब परिजन भी आ गए। इन परिजनेां ने बताया कि इस स्कूल में अलग अलग पढने वाले पांच छात्रों ने यह करतूत की थी। इन परिजनों का आरोप था कि जब यह घटना हुई तब पीिउ़ता के भाई ने कक्षा की शिक्षिका को इस घटना के बारे में बताया था, तब इस शिक्षिका ने यह कहते हुए चुप करा दिया कि जिन छात्रों ने यह गलत काम किया है, उनसे माफी मंगवा दी जाएगी।
स्कूल में दस टीचर, इसमें नौ महिलाएं
इस् स्कूल परिसर में सिर्फ 90 बच्चे अध्यनरत है जबकि वहां स्टाफ दस शिक्षकों का है। इसमें नौ महिला शिक्षक है। एक पुरुष शिक्षक को बीएलओ की डयूटी में लगा रखा है। घटना के समय यह पुरुष शिक्षक स्कूल परिसर में नहीं था। वहीं जिस शिक्षिका को इस स्कूल में हैड मास्टर का कार्यभार हुआ है, उसने बताया कि उसे बैंक में काम था इसलिए वह तो दोपहर लंच टाइम से पहले स्कूल से जा चुकी थी।
शिक्षा विभाग ने बनाई कमेटी, बच्चों के लेगी बयान
इस बीच, शिक्षा विभाग ने इस घटनाक्रम को देखते हुए चार सदस्यीय कमेटी गठित की है। मुख्य शिक्षा अधिकारी गिरजेशकांत शर्मा के निर्देश पर जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक सत्यप्रकाश टेलर, सीबीईओ सुनील भाटिया, एडीईओ माध्यमिक अशोक वधवा और कालियां गांव की राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय की प्रिंसीपल निर्मला चारण को कमेटी में शामिल किया है। इस कमेटी ने रविवार को स्कूल परिसर में स्टाफ के बयान लिए। कमेटी सदस्यों ने बताया कि सोमवार को स्कूल खुलने के बाद वहां पीिउ़त बच्ची के सहपाठियों के बयान लिए जाएंगे। सोमवार शाम तक रिपोर्ट बनाई जाएगी।
बाल कल्याण समिति ने रिपोर्ट की तलब
बाल कल्याण समिति ने इस घटना पर स्वत: संज्ञान लिया गया है। राजकीय अस्पताल में भर्ती पीिउ़त बालिका से बाल कल्याण समिति अध्यक्ष जोगेंद्र कौशिक ने स्वास्थ्य संबंधित पूछताछ की। इस दौरान पीडि़त बच्ची के परिजनों से मिले। इसके साथ ही पीड़ित प्रतिकर मुआवजे के लिए बच्ची की फाइल सबमिट कर दी गई है। इस संबंध में जिला शिक्षा अधिकारी गिरजेश कांत शर्मा से संपूर्ण मामले की रिपोर्ट बाल कल्याण समिति द्वारा पेश करने के लिए कहा गया है।