श्रीगंगानगर.जिले में पुलिस की कार्यप्रणाली और नशे के बढ़ते कारोबार को लेकर बुधवार को लोगों ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस में व्याप्त भ्रष्टाचार, मेडिकल नशे की अवैध बिक्री और दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
विरोध के दौरान लोगों ने बकरी के साथ अनोखा प्रदर्शन कर पुलिस अधीक्षक कार्यालय का घेराव किया। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि शीघ्र कार्रवाई नहीं हुई तो एक नवंबर को जिला बंद किया जाएगा। एसपी अमृता दुहन की अनुपस्थिति में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रामेश्वर लाल शर्मा को ज्ञापन सौंपा गया। उन्होंने कहा कि मांगों को उच्चाधिकारियों तक पहुंचाकर जांच करवाई जाएगी।
क्या है कृष्ण बावरी का बकरी का मामला
रायसिंहनगर के कृष्ण बावरी ने बकरी के साथ प्रदर्शन कर पुलिस पर रिश्वतखोरी का आरोप लगाया। उन्होंने बताया कि पुलिस ने झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी दी और रिश्वत मांगी। इस दौरान उसके दलाल ने 30 बकरियां बेच दीं, अब दो बची हैं जिन्हें पुलिस को सौंपने वह स्वयं लेकर आया है। बावरी ने चेतावनी दी कि यदि दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई नहीं हुई, तो वह उच्चाधिकारियों के समक्ष बकरियों के साथ दोबारा प्रदर्शन करेगा।
पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए
प्रदर्शन में पूर्व विधायक राजेंद्र भादू, श्योपत राम, दुर्गा स्वामी, रामदेवी बावरी, वीरपाल कौर, मनिंद्र सिंह मान, नंदराम मेघवाल रविंद्र तरखान, महादेव बिश्नोई, सुनील भारतीय, गुरमीत कंडियारा, रघुवीर नायक,जगराज सिंह, ताराचंद सोनी, सोहन सिंह मंडेर,जगदीश सिंह हांडा,सुखमंदर सिंह,शंकर मेघवाल, मुकेश मोहनपुरिया, रवि मालिया,पृथ्वीराज बुडानिया सहित ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए।
जिले में नशे का कारोबार तेजी से फैल रहा
वक्ताओं ने कहा कि जिले में नशे का कारोबार तेजी से फैल रहा है और पुलिस कार्रवाई से बचने वालों को संरक्षण मिल रहा है। प्रदर्शनकारियों की मुख्य मांगों में विजयनगर में दर्ज मुकदमे वापस लेने, नशा तस्करों पर सख्त कार्रवाई, रिश्वतखोर पुलिसकर्मियों की बर्खास्तगी, नशे से जुड़ी सूचनाएं लीक करने वाले कर्मचारियों की जांच और जुआ-सट्टे पर पूर्ण प्रतिबंध शामिल हैं।