श्रीगंगानगर.जोधपुर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के बीकानेर संभाग के मुख्य अभियंता के.के.कस्वां ने मंगलवार को जोधपुर डिस्कॉम के अधीक्षण अभियंता कार्यालय श्रीगंगानगर में मीटिंग की। इसमें जिले के अधीक्षण अभियंता,अधिशाषी अभियंता और सहायक अभियंताओं के साथ संवाद स्थापित किया गया। इस बैठक का मुख्य उद्देश्य अभियंताओं में जागरूकता फैलाना और सुशासन के प्रति उनकी जिम्मेदारी का अहसास करवाना था। साथ ही इस मौके पर बकाया वसूली,छीजत पर अकुंश,कृषि कनेक्शन,सोलर प्लांट स्थापित करने सहित विभागीय योजनों की समीक्षा भी की गई।
बैठक में मुख्य अभियंता कस्वां ने स्पष्ट रूप से कहा कि अभियंता अपनी कुर्सियों पर बैठकर कार्य करने के बजाय फील्ड में जाएं और वस्तुस्थिति का निरीक्षण करें। उन्होंने कहा "आप अपने आपको उपभोक्ता के स्थान पर रखें और उनकी पीड़ा को समझें। तभी हम बेहतर समाधान कर सकते हैं।" उन्होंने यह भी जोड़ा कि विद्युत निगम एकमात्र सरकारी विभाग है जो चौबीसों घंटे जनता की सेवा में तत्पर रहता है,इसलिए अभियंताओं की जिम्मेदारी भी अत्यधिक बढ़ जाती है। इस मौके पर अधीक्षण अभियंता वीआई परिहार,एक्सईएन शहर वीके कालरा,एसक्ईएन ग्रामीण भवानी सिंह शेखावत,लेखाधिकारी लोकेश बंसल,सहायक लेखाधिकारी राजस्व जितेंद्र तनेता,वृत मुख्यालय के सहायक अभियंता सहित अन्य अधिकारी शामिल हुए।
सप्ताह में एक दिन रात्रि में आकस्मिक निरीक्षण किया जाए
मुख्य अभियंता ने सवाल किया कि कितने अभियंता रात्रि के समय जीएसएस (ग्रिड सब स्टेशन) की आकस्मिक जांच करते हैं। इस सवाल के जवाब में स्वयं ही कहा कि शायद ही कोई अभियंता हो जो रात्रि में जीएसएस की चेकिंग करता हो। उन्होंने कहा कि सप्ताह में कम से कम एक दिन रात्रि में आकस्मिक निरीक्षण करना आवश्यक है ताकि प्रशासन की कार्यप्रणाली में सुधार हो सके। यह कदम सुरक्षा एवं विश्वसनीयता सुनिश्चित करने के लिए जरूरी है।
सप्ताह में एक दिन अभियंता जनसुनवाई शिविर लगाएं
इसके साथ ही अभियंताओं को जनता से सीधे संवाद करने का भी निर्देश दिए गए। उन्होंने कहा कि सप्ताह में एक दिन अभियंता जनसुनवाई शिविर लगाएं, जहां वे सीधे उपभोक्ताओं की समस्याएं सुनें और तत्काल समाधान प्रस्तुत करें। इस बात पर उन्होंने स्वयं भी माह में एक बार इस शिविर में भाग लेने का आश्वासन दिया।
फोन उठाएं और उपभोक्ताओं की शिकायतें सुन
बैठक में यह भी अहम निर्देश दिए गए कि आम उपभोक्ता की शिकायत रहती है कि अभियंता फोन नहीं उठाते,इसलिए अभियंता अपने मोबाइल फोन उठाएं और उपभोक्ताओं की शिकायतें सुनें। अधिकारी को चाहिए कि शिकायत पोर्टल जैसे 'संपर्क' और 'राजकाज' पर आने वाली शिकायतों का तुरंत समाधान करें। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि इन पोर्टल पर लंबित फाइलें बकाया रहती हैं तो सख्त कार्रवाई की जाएगी।