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Jhunjhunu News: सरकारी स्कूल के छात्र ने बनाया एंटी सुसाइड पंखे का मॉडल, बजेगा अलार्म

झुंझुनूं जिले में पिथूसर कस्बे के एक सरकारी स्कूल के छात्र कविश ने आत्महत्या विरोधी पंखे का एक मॉडल बनाया है। यह उपकरण एक निश्चित वजन का पता चलने पर अलार्म बजाकर तथा पंखा नीचे करके आत्महत्या के प्रयासों को रोकने के लिए डिजाइन किया गया है।

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छात्र ​कविश ने बनाया एंटी सुसाइड फैन का मॉडल, पत्रिका फोटो

झुंझुनूं जिले में पिथूसर कस्बे के एक सरकारी स्कूल के छात्र कविश ने आत्महत्या विरोधी पंखे का एक मॉडल बनाया है। यह उपकरण एक निश्चित वजन का पता चलने पर अलार्म बजाकर तथा पंखा नीचे करके आत्महत्या के प्रयासों को रोकने के लिए डिजाइन किया गया है। इस मॉडल को जिला स्तरीय विज्ञान मेले में उभरती प्रौद्योगिकी श्रेणी में प्रथम स्थान मिला और अब इसे राज्य स्तरीय प्रदर्शनी में प्रदर्शित किया जाएगा। लेख में राजस्थान में आत्महत्या की बढ़ती संख्या, विशेषकर युवाओं में आत्महत्या की बढ़ती संख्या पर भी प्रकाश डाला गया है, तथा सुझाव दिया गया है कि परामर्श के साथ-साथ ऐसे उपकरण इन घटनाओं को रोकने में सहायक हो सकते हैं।

ऐसे काम करेगा पंखा

पहला काम: पंखे पर जैसे ही वजन बढ़ने लगेगा इसमें लगे डिवाइस से छात्रावास अधीक्षक या संस्था प्रधान के कमरे में अलार्म बजने लगेगा। जिम्मेदार व्यक्ति अलर्ट हो जाएंगे। कुछ समय में संबंधित व्यक्ति के कमरे तक पहुंचकर उसे बचाया जा सकेगा।

दूसरा काम: पंखे को इस प्रकार डिजाइन किया गया है, जैसे तय वजन से दस किलो से ज्यादा भार इस पर लटकाया जाएगा तो पंखे में लगी एक विशेष रॉड़ लगभग दो फीट बढ़ जाएगी। इससे पूरा पंखा जमीन की तरफ दो फीट नीचे हो जाएगा। इससे आत्महत्या का प्रयास करने वाले छात्र-छात्रा के पैरों को किसी जमीन, दीवार या टेबल का सहारा मिल जाएगा और उसकी गर्दन पर भार नहीं पड़ने के कारण उसकी जान बच जाएगी।

राजस्थान में हर दिन जा रही 15 की जान

राजस्थान के अपराध रेकॉर्ड के अनुसार औसत हर दिन 15 व्यक्ति आत्महत्या कर रहे हैं। पिछले पांच साल में करीब 27 हजार से ज्यादा लोगों ने अपनी जान दी है। वहीं सोचनीय वाली बात यह है कि पिछले दो साल में 18 से तीस साल के 4853 युवाओं ने आत्महत्या की है। आत्महत्या करने वालों में अधिकतर पुरुष हैं। एक्सपर्ट का मानना है कि ऐसे पंखे, समय-समय पर काउंसलिंग व सकारात्मक वातावरण बच्चों की आत्महत्या रोकने में मददगार साबित होगा।