
घायल मछुआरे को हेलीकॉप्टर से लेकर जाते हुए। फोटो- पत्रिका
सिरोही। जिले के गुलाबगंज गांव निवासी भारतीय नौसेना में अधिकारी रमेश कुमार प्रजापति ने वीरता की मिसाल पेश की है। उन्होंने 30 अक्टूबर को एक ईरानी मछुआरे की जान बचाई, जो समुद्र में गंभीर रूप से घायल हो गया था। रमेश ने अपने हेलीकॉप्टर के जरिए उस मछुआरे को गोवा के मेडिकल हॉस्पिटल में पहुंचाया और उसकी जान बचाई।
रमेश कुमार भारतीय नौसेना में मास्टर चीफ पेटी ऑफिसर हैं। उन्होंने बताया कि 30 अक्टूबर को सी किंग हेलीकॉप्टर से मुंबई से गोवा जाने का आदेश मिला था। गोवा के समुद्र में एक ईरानी मछुआरा बुरी तरह से जख्मी था, जिसे जल्द से जल्द गोवा लाना था ताकि उसकी जान बचाई जा सके।
रमेश कुमार खोज-बचाव के उपकरण लेकर हेलीकॉप्टर में रवाना हो गए और अपनी जान जोखिम में डालकर जहाज में उतरे। उन्होंने मछुआरे को मेडिकल स्ट्रेचर में बांधकर वापस हेलीकॉप्टर में ले लिया और फर्स्ट एड ट्रीटमेंट दिया। जहाज समुद्र के तूफान, हल्की बारिश और तेज हवा से बहुत हिल रहा था, लेकिन रमेश कुमार ने अपने अनुभव और साहस से उस मछुआरे को सुरक्षित रूप से हेलीकॉप्टर में ले लिया और गोवा मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में पहुंचाया, जहां उस मछुआरे का ऑपरेशन हुआ और उसकी जान बच गई।
रमेश कुमार का बेटा जितेंद्र कुमार भी 2019 से नौसेना में कार्यरत हैं और वह सितंबर 2020 से हवाई गोताखोर है। जितेंद्र ने भी 7 साल की सेवा के दौरान अदम्य साहस एवं वीरता से कार्य कर सिरोही जिले का नाम रोशन किया। वीरता और साहस के लिए जितेंद्र को नौसेना अध्यक्ष की ओर से 4 दिसंबर 2021 को मेडल प्रदान कर सम्मानित किया गया।
25 से 27 मई 2021 में समुद्री चक्रवात तूफान, जिसने पश्चिम बंगाल में कहर बरपाया था, तब गुलाबगंज के इस लाल ने पानी में फंसे असहाय लोगों की मदद कर राजस्थान व सिरोही का नाम रोशन किया था।
जितेंद्र भी पिता के नक्शे-कदम पर चलकर देश सेवा में जुटे हैं। रमेश और जितेंद्र की वीरता से गुलाबगंज गांव और जिलेवासी गर्व महसूस कर रहे हैं। रमेश प्रजापति को राष्ट्रपति की ओर से 15 अगस्त 2012 को वीरता पुरस्कार मेडल से भी सम्मानित किया जा चुका है।
Published on:
02 Nov 2025 04:54 pm
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