ब्रह्माकुमारीज़ संस्थान के महासचिव राजयोगी बृजमोहन भाई। File Photo
आबूरोड। ब्रह्माकुमारीज़ संस्थान के महासचिव 92 वर्षीय राजयोगी बृजमोहन भाई का निधन हो गया। उन्होंने गुरुवार को दिल्ली मानेसर के एक निजी हॉस्पिटल में इलाज के दौरान सुबह 10.25 बजे अंतिम सांस ली। वे पिछले एक वर्ष से बीमार चल रहे थे। पहले उनका इलाज माउंट आबू स्थित ग्लोबल हॉस्पिटल और फिर अहमदाबाद में चल रहा था।
उनकी पार्थिव देह को 9 और 10 अक्टूबर को गुरुग्राम स्थित ओम शांति रिट्रीट सेंटर में दर्शनार्थ रखा गया है। वहीं 12 अक्टूबर को आबूरोड मुक्तिधाम में अंतिम संस्कार होगा। एक वर्ष पूर्व राजयोगी निर्वेर भाई के निधन के बाद उन्हें महासचिव नियुक्त किया था। इसके पहले आप अतिरिक्त महासचिव के रूप में सेवाएं दे रहे थे। वर्तमान में आप संस्थान के मुख्य प्रवक्ता और राजनीतिज्ञ सेवा प्रभाग के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी थे।
वर्ष 1955 में पहली बार संस्था के संपर्क में आए
राजयोगी बृजमोहन भाई की बचपन से ही अध्यात्म में रुचि थी। उन्होंने अपने जीवन में अनेक धर्म-ग्रंथों का पठन-पाठन किया। 22 वर्ष की उम्र में वर्ष 1955 में ब्रह्माकुमारीज़ के संपर्क में आने के बाद उनकी जीवन की दिशा ही बदल गई। यहां राजयोग मेडिटेशन सीखने के बाद आपने ब्रह्मचर्य व्रत लेते हुए विश्व सेवा का संकल्प किया। भारत सरकार के फर्टिलाइज़र कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया में 17 वर्ष तक सेवाएं देने के बाद आप वर्ष 1973 में वित्त प्रबंधक के पद से इस्तीफा देकर संस्था में पूर्ण रूप से जुड़ गए।
इनका कहना है…
राजयोगी बृजमोहन भाई के साथ वर्षों तक सेवाएं दीं। संस्थान के आधार स्तंभ सदस्यों में से एक थे। वे कुशल वक्ता, लेखक होने के साथ बहुत अच्छे मार्गदर्शक थे। उनका जाना ब्रह्माकुमारीज़ परिवार के लिए अपूरणीय क्षति है, जिसे कभी पूरा नहीं किया जा सकता है।
राजयोगिनी बीके मोहिनी दीदी, मुख्य प्रशासिका, ब्रह्माकुमारीज़
बृजमोहन भाई ने अपना पूरा जीवन समाज कल्याण के लिए समर्पित कर दिया। उन्होंने अपनी बुद्धिमत्ता, कुशल मार्गदर्शन से संस्थान को नई ऊंचाई प्रदान की।
राजयोगिनी बीके जयंती दीदी, अतिरिक्त मुख्य प्रशासिका, ब्रह्माकुमारीज़
Published on:
10 Oct 2025 04:46 pm
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