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‘शव दफना दिया, क्या बाहर निकलवाकर पोस्टमॉर्टम कराएं, कप सिरप सही है तो अधिकारी अपने बच्चों को पिलाकर दिखाएं’, दी चेतावनी

पांच साल के नित्यांश की मौत के मामले में परिजन ने कफ सिरप और चिकित्सा विभाग पर सबूत मिटाने के आरोप लगाए हैं। परिजन का कहना है, पोस्टमॉर्टम रोककर जांच दबाई जा रही है।

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सीकर

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Arvind Rao

Oct 17, 2025

Sikar News Nityansh death due to drinking cup syrup

नित्यांश (फोटो- पत्रिका)

जयपुर/सीकर: मुख्यमंत्री निशुल्क दवा योजना में मिलने वाले डेक्सट्रोमेथॉरफैन हाइड्रोब्रोमाइड साल्ट युक्त कफ सिरप से बच्चे की मौत के मामले में नया मोड़ आया है। सीकर के खोरी रामपुरा (ब्राह्मणान) में पांच साल के मासूम नित्यांश की मौत पर परिजन ने चिकित्सा और औषधि नियंत्रण विभाग पर सबूत मिटाने जैसे गंभीर आरोप लगाए हैं।


उनका कहना है कि चिकित्सा विभाग जांच रिपोर्ट दबा रहा है और दवा कंपनी के साथ मिलीभगत है। गुरुवार को जयपुर में मृतक बच्चे के पिता मुकेश शर्मा ने मीडिया से रूबरू हुए।


उन्होंने कहा, खेलते मासूम बच्चे की मौत से परिवार सदमे में आ गया और उस समय पोस्टमॉर्टम करवाने से मना कर दिया, जिसका फायदा चिकित्सा विभाग ने अपनी गलती छिपाने के लिए उठाया। अब हम मानसिक रूप से तैयार हैं। सरकार सही है तो बच्चे का पोस्टमॉर्टम करवाए और हकीकत सामने लाए।


मासूम के ताऊ गोकुल शर्मा ने कहा कि अफसर घर पर रखी दवा की शीशियों से लेबल उतार लाए। ताकि कंपनी का नाम और बैच नंबर गायब कर दिया जाए। विभाग जांच में दावा कर रहा है कि कफ सिरप सही है, यदि सही है तो अधिकारी अपने बच्चों को पिलाकर दिखाएं। हमारे बच्चे की जान चली गई और अब सबूत मिटाने की कोशिश हो रही है।


राज्यव्यापी आंदोलन की चेतावनी


मृतक बच्चे के पिता के साथ राजस्थान स्वास्थ्य सुधार संघर्ष समिति और राजस्थान किसान मजदूर नौजवान सभा के पदाधिकारी भी मौजूद थे। संगठन के आशुतोष रांका और दीपक बलियान ने चेतावनी दी कि यदि 10 दिन में दोषियों पर कार्रवाई नहीं हुई और मृतक बच्चों के परिजनों को 25 लाख का मुआवजा व बीमार बच्चों के इलाज-शिक्षा की जिम्मेदारी नहीं ली गई, तो राज्यव्यापी आंदोलन किया जाएगा।


नहीं मिली कोई शिकायत


हमें परिजन की किसी भी तरह की मांग की जानकारी नहीं मिली है। परिजन शिकायत करेंगे तो मामले की जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी। सरकार के स्तर पर भी जांच जारी है।
-रतन कुमार, अतिरिक्त जिला कलक्टर, सीकर


शिकायत के आधार पर कार्रवाई करेंगे


घटना के दिन बच्चे के परिजन ने दादिया थाना पुलिस को लिखित में किसी भी प्रकार की कार्रवाई नहीं चाहने की बात कही। परिजन सहमति के बिना पोस्टमॉर्टम शव ले गए। अब यदि वे पोस्टमॉर्टम के लिए लिखकर देंगे तो उसके हिसाब से आगे की कार्रवाई की जाएगी।
-प्रवीण नायक नूनावत, पुलिस अधीक्षक, सीकर


सीकर जिले से संबंधित मामला है। पांच लोगों के सामने परिजन कफ सिरप निकालकर लाए थे, जिसके फोटोग्राफ हमारे पास हैं। जिस बैच की सिरप है, उस बैच की दवा जिले में सप्लाई ही नहीं हुई। बच्चे के मां, दादा-दादी ने टीम को लिखित में दिया है कि चिराणा सीएचसी से इस तरह की कोई सिरप नहीं दी गई।
-डॉ. छोटेलाल गुर्जर, सीएमएचओ झुंझुनूं


जिस बैच के कफ सीरप के कारण खोरी ब्राह्मणान में बच्चे की मौत के आरोप लगाए जा रहे, उस कफ सीरप निर्माता के सभी बैच पर पूरी तरह रोक लगा दी गई है। सीकर जिले में इस 25,147 बैच वाले कफ सीरप की सप्लाई नहीं हुई है।
-डॉ. सीपी ओला, प्रभारी जिला औषधि भंडार, सीकर