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केशवाही में पथराव व पुलिसिया कार्रवाई के विरोध में हल्लाबोल, पुलिस प्रशासन के खिलाफ की नारेबाजी

तीनों विधायकों के साथ सर्व हिन्दू समाज ने रैली निकाल दोषी पुलिसकर्मियों को हटाने व एफआइआर खारिज करने की मांग की

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तीनों विधायकों के साथ सर्व हिन्दू समाज ने रैली निकाल दोषी पुलिसकर्मियों को हटाने व एफआइआर खारिज करने की मांग की
शहडोल. केशवाही में 3 अक्टूबर को दुर्गा विसर्जन के दौरान हुए पथराव और पुलिस की कार्यप्रणाली से नाराज सर्व हिन्दू समाज ने शुक्रवार को धरना प्रदर्शन किया। पुराना बस स्टैंड में जिले भर से हिंदू समाज के लोग बड़ी संख्या में एकत्रित हुए। इस दौरान मुख्यमंत्री के नाम जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपा है। यहां धरना प्रदर्शन कर पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इसके साथ ही केशवाही में पुलिस के बल प्रयोग का विरोध किया। दोपहर 3.30 बजे रैली निकालकर नारेबाजी करते हुए लोग कलेक्ट्रेट पहुंचे, जहां कलेक्टर व एसपी को ज्ञापन सौंपा। संगठन के लोगों ने कहा दो दिन के भीतर अधिकारी दोषियों पर कार्रवाई नहीं करते हैं तो वे फिर से आंदोलन करने विवश होंगे। इस दौरान तीनों विधान सभा क्षेत्र के विधायक भी उपस्थित रहे।

पथराव पर कार्रवाई नहीं, चौकी प्रभारी को भी अभयदान

ज्ञापन में कहा है कि, विशेष समुदाय के लोगों ने पथराव किया था। जिसमें महिलाएं, बच्चे व बुजुर्गों को गंभीर चोट आई थी। घटना की जानकारी पीडि़तोंं ने केशवाही पुलिस को दी तो कोई कार्रवाई नहीं की गई। दूसरे दिन 4 अक्टूबर की दरिम्यानी रात करीब 2 बजे पुलिस ने दीपू गर्ग, सागर तिवारी, विवेक सोनी व अजय तिवारी को घर से उठाकर रास्ते भर पीटते हुए केशवाही चौकी ले गए। वहां बुढ़ार टीआई एवं एसडीओपी की उपस्थिति में चौकी प्रभारी व अन्य पुलिसकर्मियों ने गाली गलौज करते हुए लात घूसों से मारपीट की। पुलिसकर्मियों ने धमकी दी कि नेतागिरी करते हो तुम सबको जान से मरवा दिया जाएगा। सर्व हिन्दू समाज ने एसडीओपी, टीआई बुढ़ार, चौकी प्रभारी व मारपीट करने वाले पुलिसकर्मियों के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई की मांग की है।

प्रशासन ने बैठक में बुलाया, लोगों ने मना किया

प्रशासन ने एक बैठक करने की बात कही, जिसे उपस्थित लोगों ने मना कर दिया और पहले केशवाही चौकी प्रभारी व दोषी पुलिसकर्मियों के विरुद्ध कार्रवाई करने की बात कही।

समाज ने रखी ये मांगें

निष्पक्ष जांच कराकर पथराव की घटना में दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई जाए।
समाज के शिकायतकर्ताओं के विरुद्ध की गई झूठी एफआइआर खारिज की जाए।
एसपी के निर्देशन में एसडीओपी, टीआई बुढ़ार, चौकी प्रभारी व अन्य पुलिसकर्मियों के माध्यम से आमजन के विरुद्ध किए गए दुव्र्यवहार को लेकर दोषियों पर कार्रवाई की जाए। साथ ही सभी पुलिसकर्मियों को उनके पदस्थापना स्थान से तत्काल स्थानांतरित किया जाए।

एसपी ने कहा, जांच कराएंगे


  1. एसपी ने आश्वासन दिया कि मामले की जांच कराई जाएगी और कार्रवाई की जाएगी।




  2. एसपी ने ज्ञापन के बाद चर्चा करने के लिए बुलाया, लेकिन कोई नहीं गया।




  3. पीडि़त महिलाओं ने कहा कि पथराव में कई महिलाएं, बच्चे व बुजुर्गों को चोट आई, लेकिन पुलिस ने पीडि़तों की नहीं सुनी और अपने अनुसार कार्रवाई की।




  4. भीड़ ने पुलिस प्रशासन के विरोध में नारे लगाए, चौकी प्रभारी के विरुद्ध तत्काल कार्रवाई की मांग की।




  5. किसके निर्देशन में बल का प्रयोग किया गया, लोग पूछते रहे लेकिन अधिकारी नहीं दे पाए जवाब।